कला-संस्कृति

साहित्य समाज का आईना होता है। हम देखेंगे कि इस आईने में समाज की शक्ल कैसी है!

lal ded 81

दृश्यम: लाल देद, मीता वशिष्ठ और ध्यानस्थ रंगमंच: अर्थात एक ‘संपूर्ण नाटक’ की निर्माण-कथा

amrita pritam imroz 3312

बोलते बंगले: अमृता प्रीतम का घर- आज मैंने अपने घर का नम्बर मिटाया है...

chhath puja 1

छठ महापर्व को यूनेस्को सूची में शामिल किया जाएगा! प्रक्रिया शुरू, पहल को मिला केंद्र सरकार का साथ

Chithiya, namwar, rajendra yadav,

चिठिया हो तो हर कोई बांचे

NCERT, Politicalization of NCERT and History Courses, NCERT books

विरासतनामाः NCERT और इतिहास पाठ्यक्रम का राजनैतिकरण

Krishna sobati, zindaginama, krishna sobti novel,

कालजयी: ज़िंदगीनामा– वह उपन्यास, जो हमेशा चुनौती की तरह रहेगा

manohar shyam joshi 99

स्मरण: मनोहर श्याम जोशी- हिंदी धारावाहिकों के ऐसे भीष्म पितामह, जिन्हें शर शय्या पर इंतजार करना गंवारा नहीं था

Sapno ke dhhai ghar 2

पुस्तक समीक्षा: कथा की देह में संवेदना

rachnakar swapn 13

रचनाकार का स्वप्न

krishna menon marg, bolte bangle, 5 कृष्ण मेनन मार्ग टाइप VIII बंगला, बाबू जगजीवन राम, bole bharat,

बोलते बंगलेः कौन रहता है कृष्ण मेनन मार्ग के उस बंगले में