वॉशिंगटन: अमेरिका में 'जैविक सामग्री' की तस्करी के आरोप में एक और चीनी शोधकर्ता को गिरफ्तार किया गया है। यह शोधकर्ता चीन के वुहान से है, जहां से कोरोना महामारी दुनिया भर में फैली। पिछले करीब एक सप्ताह में यह दूसरा मामला है जब चीनी नागरिकों की ओर से अमेरिका में किसी तरह की 'जैविक सामग्री' की तस्करी की बात सामने आई है।

ताजा मामले को लेकर अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी FBI ने बताया कि डेट्रायट में पीएचडी छात्रा चेंगक्सुआन हान को अमेरिका में 'जैविक सामग्री' के  चार पार्सल भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पार्सल की कथित सामग्री के बारे में बहुत कुछ पता नहीं है, सिवाय इसके कि यह राउंडवॉर्म से संबंधित है।

एफबीआई चीफ काश पटेल ने क्या बताया?

एफबीआई प्रमुख काश पटेल ने पूरे मामलो के लेकर कहा, 'कल, @FBIDetroit ने अमेरिका में जैविक सामग्री की तस्करी करने और संघीय एजेंटों से झूठ बोलने के आरोप में एक अन्य चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया। यह शख्स चेंगक्सुआन हान है, जो पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की नागरिक है और चीन के वुहान में पीएचडी की छात्रा है।' 

उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में हान इसी तरह के मामलों में तीसरी चीनी शख्स है, जिस पर ऐसे आरोप लगे हैं। इससे पहले 4 जून को, एक चीनी जोड़े को एक खतरनाक फंगस की तस्करी करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसका इस्तेमाल 'कृषि आतंकवाद' के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

हान के वुहान कनेक्शन...क्या बातें अब तक सामने आई है?

अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार हान के चीन के वुहान से कनेक्शन की बात ने कई तरह के संदेह पैदा कर दिए हैं। FBI का मानना रहा ​​है कि कोविड वायरस संभवतः चीनी सरकार द्वारा नियंत्रित लैब में तैयार हुई। बहरहाल, हान पर अमेरिका में मिशिगन विश्वविद्यालय के एक लैब में काम करने वाले चार व्यक्तियों को चीन से 'जैविक सामग्री' के चार पैकेज भेजने के आरोप लगे है।

पैकेजों के बारे में संघीय एजेंटों को शुरू में गलत बयान देने के बावजूद, उसने FBI और सीमा शुल्क अधिकारियों द्वारा पूछताछ के दौरान उसने इसे कबूल किया। FBI निदेशक ने कहा कि उसने पूछताछ से एक दिन पहले अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को नष्ट कर दिया था।

काश पटेल ने एक पोस्ट में कहा, '8 जून को डेट्रॉयट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट पर पहुंचने पर, हान ने कथित तौर पर संघीय अधिकारियों को उन पैकेजों के बारे में गलत बयान दिए, जो उसने पहले भेजे थे और एक दिन पहले ही उसने अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को नष्ट कर दिया था। बाद में हान ने पैकेज भेजने और उनकी सामग्री के बारे में झूठ बोलने की बात स्वीकार की।'

पहले आया था जहरीले फंगस की तस्करी का मामला

इससे पहले 4 जून को अमेरिका ने दो चीनी नागरिकों को देश में एक जहरीले फंगस की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। फ्यूजेरियम ग्रैमिनियरम (Fusarium graminearum) नाम का यह फंगस गेहूं, जौ जैसी फसलों के खराब होने पर उसकी ऊपरी सतह पर बनता है और फसलों की उपज को काफी हद तक प्रभावित करता है। एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने इसे 'कृषि-आतंकवाद एजेंट' कहा था जो उनके अनुसार 'हर साल दुनिया भर में अरबों डॉलर के आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार है।'

अमेरिका में फंगस तस्करी के मामले में दो चीनी शोधकर्ताओं - जिआन युनकिंग (33) और लियू जुनयोंग (34) को गिरफ्तार किया गया था।

रिपोर्ट के अनुसार जियान ने कथित तौर पर मिशिगन विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में पौधे की तस्करी करने की कोशिश की, जहाँ वह काम करती है। वहीं, दूसरा शख्स उसका बॉयफ्रेंड लियू है जो चीनी विश्वविद्यालय में काम करता है। उसने पहले तो नमूनों के बारे में कोई जानकारी नहीं होने का दावा किया लेकिन फिर बाद में कहा कि वह इसे मिशिगन विश्वविद्यालय की उसी प्रयोगशाला में शोध के लिए इस्तेमाल करने की योजना बना रहा था, जहाँ जियान काम कर रही थी। लियू ने बताया कि वह भी पहले मिशिगन के प्रयोगशाला में काम करता था।