नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के दिए बयान पर सियासी वार-पलटवार शुरू हो गया है। भाजपा ने गांधी परिवार पर हमला करते हुए इस टिप्पणी को भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान बताया। 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि इस टिप्पणी ने 'कांग्रेस की निचले स्तर की गटर राजनीति और चरित्र' को उजागर किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'फर्जी गांधी परिवार यह बर्दाश्त नहीं कर सकता कि गांधी परिवार के बाहर का कोई व्यक्ति उच्च संवैधानिक पदों पर आसीन हो जाए। यह अपमान हर भारतीय का अपमान है, हर आदिवासी का अपमान है, हर महिला का अपमान है। यह देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।'

वहीं, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को भारत के आदिवासी समुदायों से माफी मांगनी चाहिए। नड्डा ने एक्स पर लिखा, 'ऐसे शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल कांग्रेस पार्टी की अभिजात्यवादी, गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी प्रकृति को दर्शाता है।' 

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रपति के कार्यालय का 'अपमान' है। संबित पात्रा ने भी कहा सोनिया गांधी को अपनी टिप्पणी के लिए महामहिम राष्ट्रपति से क्षमा याचना करनी चाहिए। भाजपा सांसद और केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि 'जिसकी जैसी भावना रहती है, उसे वैसा ही सब कुछ दिखता है। सोनिया गांधी को वही दिखेगा, जैसी वह खुद हैं।'

सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति पर क्या कहा था?

दरअसल, ये पूरा वाकया राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद परिसर का है। संसद परिसर में पत्रकारों ने सोनिया गांधी से उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही। सोनिया गांधी ने हालांकि पत्रकारों से सीधे बात नहीं करते हुए राहुल गांधी इस राष्ट्रपति के भाषण पर अपने विचार रखने लगीं। सोनिया ने राहुल से बातचीत करते हुए अपनी आवाज इतनी जरूर तेज रखी थी कि आसपास खड़े पत्रकार और अन्य लोग उसे आसानी से सुन सकते थे।

सोनिया ने राहुल की ओर देखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'पुअर लेडी' यानी बेचारी महिला बताया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भाषण के दौरान अंत तक बहुत थक गई थीं। बेचारी मुश्किल से बोल पा रही थीं। 

इस वाकये के दौरान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी साथ मौजूद थे। तीनों आपस में बात कर रहे थे। इसी दौरान अपनी मां को देखते हुए राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण को 'बोरिंग' बताया।

लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इसमें कुछ नया नहीं था। पुरानी चीजों को रिपीट किया गया है। इसके बाद सोनिया ने प्रियंका गांधी की ओर जाते हुए कहा कि 'राष्ट्रपति काफी थक गई थी। वो बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थीं। खराब बातें बोली पुअर लेडी।'

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने अभिभाषण में क्या कहा?

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ शुक्रवार को संसद का बजट सत्र से शुरू हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के कामों को गिनाया। साथ ही 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' और वक्फ संशोधन जैसे विधेयक का जिक्र किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार का मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है और इसी पर हम काम कर रहे हैं। राष्ट्र प्रथम की भावना से सरकार आगे बढ़ रही है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास का वातावरण हुआ है। उन्होंने देश के बुनियादी ढांचे के बढ़े बजट का जिक्र किया।

संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "हमारा एक ही लक्ष्य है, विकसित भारत बनना। 10 साल में बुनियादी ढांचे का बजट पांच गुना बढ़ा है।"

राष्ट्रपति ने भारत में टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "दुनिया के विकसित देश भी भारत की यूपीआई लेनदेन प्रणाली की सफलता से प्रभावित हैं। भारत टेक्नोलॉजी का ग्लोबल प्लेयर है, यहां डिजी लॉकर और यूपीआई जैसी सेवाएं हैं।"

उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, "आज हमारे युवा स्टार्टअप से लेकर खेल और अंतरिक्ष तक हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और प्रौद्योगिकी अपनाने के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। डिजिटल टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप, इनोवेशन में भारत आगे है।"

(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)

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