अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने कन्नड़ भाषा को लेकर की गई टिप्पणी पर शुक्रवार को कहा कि अगर वह गलत नहीं हैं तो माफी नहीं मांगेंगे।  उन्होंने खुलासा किया कि उनकी टिप्पणी को लेकर उन्हें पहले भी धमकियों का सामना करना पड़ा है।  कमल हासन ने कहा, 'यह लोकतंत्र है।  मैं कानून और न्याय में विश्वास करता हूं।  कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल के लिए मेरा प्यार सच्चा है।  कोई भी इस पर संदेह नहीं करेगा, सिवाय उन लोगों के जिनका कोई एजेंडा है।  मुझे पहले भी धमकियां दी गई हैं और अगर मैं गलत हूं, तो मैं माफी मांगूंगा।'

तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से बात करते हुए हासन ने कहा कि उनके बयानों पर विवाद पैदा करने वाले लोग मुद्दे को उलझा रहे हैं।  उन्होंने आगे कहा, 'मैंने जो कहा, वह प्यार से कहा और बहुत से इतिहासकारों ने मुझे इतिहास की भाषा सिखाई है और मेरा कोई ऐसा मतलब नहीं था।'

कमल हासन ने छेड़ दी नई बहस

कमल हासन द्वारा कन्नड़ भाषा को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि हासन को अपनी तमिल भाषा से बहुत प्यार हो सकता है और यह बिल्कुल ठीक है। लेकिन, अपनी भाषा के प्रति गर्व व्यक्त करते हुए, कन्नड़ भाषा के बारे में उनकी टिप्पणी अस्वीकार्य है। तमिल का इतिहास हजारों सालों से समृद्ध है और कन्नड़ का भी। इसे समझना और इसका सम्मान करना चाहिए।

'कन्नड़ भाषा तमिल से जन्मी'

वहीं, कमल हासन द्वारा अपने इस बयान पर माफी मांगने से इनकार करने की बात पर विजयेंद्र ने कहा कि कमल हासन द्वारा माफी मांगने से इनकार करना उनके अहंकार को दर्शाता है, जो उचित नहीं है। उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि, हम स्वीकार करते हैं कि वह एक महान अभिनेता हैं। लेकिन, इससे उन्हें इस तरह से व्यवहार करने की स्वतंत्रता नहीं मिलती। हम इस तरह के आचरण को बर्दाश्त नहीं करेंगे।