श्रीनगरः अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी के मुताबिक, तीर्थयात्रियों को अकेले यात्रा करने से बचने के लिए कहा गया है। अमरनाथ यात्रा अगले हफ्ते 3 जुलाई से शुरू हो रही है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा यह एडवाइजरी उधमपुर में हुए एनकाउंटर से कुछ घंटों पहले जारी की गई थी। इसमें लोगों से स्वतंत्र यात्रा से बचने को और सुरक्षा वाले काफिले में यात्रा करने की सलाह दी गई है।
सैन्य बलों ने चलाया ऑपरेशन बिहाली
उधमपुर के बसंतगढ़ में सैन्य बलों और पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया जिसका कोडनेम 'ऑपरेशन बिहाली' दिया गया। सैन्य बलों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ भी हुई और यह अभियान अभी जारी है।
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और यह 9 अगस्त तक जारी रहेगी। इस दौरान भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन जाता है। अमरनाथ गुफा मंदिर की ऊंचाई 3,880 मीटर है।
दो मार्गों से की जा सकती है अमरनाथ यात्रा
यह यात्रा दो मार्गों से की जा सकती है। इसके लिए एक लंबा मार्ग है और एक छोटा है। हालांकि छोटा मार्ग खड़ी चढ़ाई वाला है। एक रास्ता अनंतनाग में 48 किमी लंबा पहलगाम मार्ग तो वहीं दूसरा मार्ग 14 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई वाला है। यह रास्ता गांदेरबल में है।
यात्रियों को यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले जम्मू स्थित भगवती नगर बेस कैंप से भेजा जाता है। यात्रा को देखते हुए उधमपुर में बुधवार को मॉक ड्रिल कराई गई। इसके साथ ही एनडीआरएफ (NDRF) की एक बटालियन की भी तैनाती की गई है।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को अनंतनाग जिले के पहलगाम में पर्यटकों के ऊपर आतंकी हमला हुआ था जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस वजह से भी अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए गए हैं। हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिरक्त कदम उठाए जाते हैं।