सुधा अरोड़ा profile image

सुधा अरोड़ा

सुधा अरोड़ा हिंदी की प्रतिष्ठित साहित्यकार और स्त्री-विमर्श की अग्रणी लेखिका हैं। उनका जन्म 4 अक्टूबर 1946, लाहौर (अब पाकिस्तान) में हुआ। उन्होंने हिंदी कथा साहित्य में महिलाओं की अनुभूतियों, संघर्षों और सामाजिक यथार्थ को जिस संवेदनशीलता और साहस के साथ प्रस्तुत किया है, वह उन्हें समकालीन लेखन में एक विशिष्ट स्थान दिलाता है। सम्मान और पुरस्कार: उन्हें साहित्य और समाज में उल्लेखनीय योगदान के लिए उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का विशेष पुरस्कार, भारत निर्माण सम्मान, प्रियदर्शिनी पुरस्कार, वीमेंस अचीवर अवॉर्ड, महाराष्ट्र राज्य हिंदी अकादमी सम्मान, और वाग्मणि सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। प्रमुख कृतियाँ: उनकी चर्चित रचनाओं में 'बग़ैर तराशे हुए', 'एक औरत की नोटबुक', 'यहीं कहीं था घर', 'दहलीज को लांघते हुए', और 'पंखों की उड़ान' प्रमुख हैं। ये रचनाएँ नारी जीवन के विविध पहलुओं को उजागर करती हैं और हिंदी साहित्य को नई दिशा देने का कार्य करती हैं।