Google ने भारत में शुरू किया AI Mode फीचर, यूजर्स को मिलेंगी ये सुविधाएं

Google ने भारत में AI Mode फीचर लांच किया है। इससे यूजर्स को नए एक्सपीरियंस मिलेंगे। एआई मोड का इंटरफेस Chatgpt और Grok की तरह ही है। सबसे पहले इस फीचर को अमेरिका में लांच किया गया था।

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गूगल का AI Mode Photograph: (बोले भारत डेस्क)

नई दिल्लीः गूगल (Google) ने भारत में AI Mode फीचर शुरू किया है। गूगल का यह नया फीचर यूजर्स को ज्यादा स्मार्ट तरीके से सर्च करने का विकल्प देगा। जून में कंपनी ने इसे लैब्स सेक्शन के रूप में पेश किया था। हालांकि, अब यह सभी वेब और मोबाइल यूजर्स के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध करा रही है। 

गूगल ने इस बारे में ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी। इस पोस्ट में AI Mode फीचर के बारे में जानकारी देते हुए लिखा "लैब्स लॉन्च के सभी फीचर उपलब्ध होंगेः आप टाइप कर सकते हैं, अपनी आवाज का इस्तेमाल कर सकते हैं या लेंस से फोटो भी खींच सकते हैं ताकि आपको मददगार लिंक के साथ एक समृद्ध, व्यापक जवाब मिल सके और फॉलो-अप सवालों के जरिए गहराई से जानकारी मिल सके।"

कैसे करें इस फीचर का इस्तेमाल? 

गूगल का यह फीचर इस्तेमाल करने के लिए किसी तरह के साइन-अप की जरूरत नहीं होगी। कुछ ही दिनों में गूगल सर्च और गूगल ऐप में यह फीचर सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा। इसका एक अलग से टैब देखने को मिलेगा, जिसे यूजर्स इस्तेमाल कर सकेंगे। फिलहाल तो यह फीचर अंग्रेजी में उपलब्ध होगा। हालांकि, ऐसी संभावना है कि बाद में इसमें अन्य भाषाओं का भी एक्सपीरियंस मिले। 

गूगल एआई मोड का इंटरफेस चैटजीपीटी (Chatgpt) और ग्रोक (Grok) जैसे अन्य एआई चैटबॉट की तरह ही है। आसानी से यहां पर किसी विषय पर सवाल पूछ सकेंगे या सर्च कर सकेंगे। 

अमेरिका में किया गया था लांच

कंपनी इस फीचर पर काफी समय से काम कर रही थी और अभी इसे यूजर्स के लिए रोल आउट किया जा रहा है। कंपनी का इस नए फीचर के बारे में कहना है कि इससे अपने मन की बात पूछ सकते हैं। इसके साथ ही फॉलो-अप सवाल भी कर सकते हैं और नया एक्सपीरियंस हासिल करते हुए संबंधित सवालों के जवाब पा सकेंगे। 

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गूगल ने सबसे पहले एआई मोड फीचर अमेरिका में लांच किया था। इसे 20 मई को लांच किया गया था। इस टूल की घोषणा कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में गूगल के वार्षिक डेवलपर्स सम्मेलन में की गई थी। गूगल के लिए सीधे तौर पर इसका मकसद अन्य एआई तकनीकी दिग्गज जैसे ओपनएआई के चैटजीपीटी और अन्य से बढ़ती प्रतिस्पर्धा से निपटना है। एआई मोड गूगल के यूजर्स को अधिक जटिल प्रश्न पूछने और इसके सर्च इंजन के साथ चैट करने में सक्षम बनाता है जैसे कि वे किसी विशेषज्ञ से बातचीत कर रहे हों।

इस फीचर को लेकर है विवाद

भले ही कंपनी का दावा हो कि इससे यूजर्स को नया एक्सपीरियंस मिलेगा और आसानी से जवाब पा सकेंगे। हालांकि, इसको लेकर विवाद भी हो रहा है। अमेरिका में कई मीडिया प्रकाशकों ने इस टूल को लेकर आपत्ति जताते हुए इसे 'चोरी' कहा है। 

अमेरिका के द न्यूज/मीडिया एलाइंस ने एआई के इस टूल की निंदा की है। यह ग्रुप अमेरिका में लगभग 2,000 प्रकाशकों का प्रतिनिधित्व करता है। इसको सीईओ ने आरोप लगाया था कि गूगल अब जबरदस्ती कंटेट उठाएगा और इसका राजस्व नहीं देगा। 

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