Homeसाइंस-टेकGrok के हिंदी भाषा में गाली-गलौज की जांच करेगा आईटी मंत्रालय

Grok के हिंदी भाषा में गाली-गलौज की जांच करेगा आईटी मंत्रालय

सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ग्रोक द्वारा अपशब्दों के इस्तेमाल को लेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के साथ संपर्क में है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मंत्रालय एक्स के एआई चैटबॉट ग्रोक द्वारा हिंदी भाषा की गाली-गलौज के मुद्दे की जांच कर रहा है।

मंत्रालय इस मामले की प्रमुखता से जांच करेगा और उन कारणों की भी जांच करेगा जिनकी वजह से अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्रालय एक्स के साथ संपर्क में है और इस विषय में उससे बात कर रहा है ताकि पता चल सके कि ऐसा क्यों हो रहा है और क्या मुद्दे हैं? 

आईटी मंत्रालय कर रहा है जांच

आईटी मंत्रालय मामले की जांच कर रहा है। ग्रोक एआई के सबसे ताकतवर चैटबॉट में गिना जाता है। हाल ही में इसका तीसरा संस्करण ग्रोक-3 के नाम से जारी किया गया है। हालांकि हिंदी के इस्तेमाल के बाद इंटरनेट यूजर्स का ध्यान आकर्षित किया है। ग्रोक हिंदी भाषा में इस्तेमाल किए जाने वाले स्लैंग और गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल कर रहा है। 

उपयोगकर्ताओं द्वारा ग्रोक के इस्तेमाल के दौरान जब उकसाने वाले सवाल पूछे जाते हैं तो ग्रोक हिंदी गालियों और अपशब्दों का इस्तेमाल करता है। यह मामला तब आया जब एक यूजर ने ग्रोक से 10 सर्वश्रेष्ठ मुचुअल के बारे में पूछा। कुछ देर तक जवाब न आने के बाद यूजर द्वारा कुछ टिप्पणियां की। इसके बाद ग्रोक ने भी गाली-गलौज और अभद्र शब्दों के साथ जवाब दिया। 

ग्रोक एक जेनरेटिव एआई है। इसे एक्स द्वारा डेवलप किया गया है। साल 2023 में इसका पहला संस्करण आया था। ज्ञात हो कि एलन मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण के बाद इसका नाम एक्स (X) रखा गया। ग्रोक का इस्तेमाल फ्री में कर सकते हैं। हालांकि इसका प्रीमियम वर्जन भी है जिसमें किसी भी विषय को लेकर डीपसर्च जैसी सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही कुछ अन्य फीचर्स भी प्रीमियम वर्जन में देखने को मिलते हैं। 

अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...

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