पटनाः तेज प्रताप यादव का नाम इन दिनों चर्चा में है। वजह है राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू यादव ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके साथ ही परिवार में भी उनकी किसी भी प्रकार की भूमिका नहीं है। लालू यादव ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी है। दरअसल लालू यादव के ऐसा कदम उठाने के पीछे तेज प्रताप यादव की वह पोस्ट है जिसमें उन्होंने अनुष्का यादव के साथ अपने 12 साल पुराने रिश्ते की जानकारी दी थी।
तेज प्रताप यादव की इस पोस्ट की वजह से बिहार की सियासत में भूचाल आ गया और राजद पर सवाल उठने लगे। ऐसा इसलिए क्योंकि तेज प्रताप की शादी साल 2018 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय की पोती ऐश्वर्या राय से हुआ था। हालांकि कुछ ही दिनों में रिश्ते में दरार आ गई है और तलाक का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है।
अनुष्का यादव कौन हैं?
इन सबके बीच अनुष्का यादव का नाम चर्चा में है कि आखिर कौन हैं अनुष्का यादव? दरअसल, अनुष्का यादव का परिवार पटना का रहने वाला है। उनके पिता का नाम मनोज यादव है। वहीं, अनुष्का के भाई आकाश यादव तेज प्रताप यादव के काफी करीबी माने जाते हैं। तेज प्रताप ने ही आकाश को राजद स्टूडेंट विंग का प्रमुख बनाया था। इसको लेकर पार्टी में खूब बवंडर भी हुआ था।
आकाश को स्टूडेंट विंग का प्रमुख बनाए जाने पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह तब आकाश को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर उनकी जगह गगन यादव को प्रमुख बनाया था। गगन यादव तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं। यह मामला इतना बढ़ गया था कि बीचबचाव के लिए पार्टी मुखिया लालू यादव को आना पड़ा था। तेज प्रताप ने कहा था कि वह जगदानंद के खिलाफ हाई कोर्ट जाएंगे। इस दौरान तेज प्रताप ने पार्टी से दूरियां बना लीं और लालू-रबड़ी मोर्चा बनाया।
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2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जहानाबाद सीट से स्वतंत्र प्रत्याशी के तौर पर चंद्र प्रकाश को उम्मीदवार बनाया था। इस सीट पर उनके उम्मीदवार को 7,500 से अधिक वोट मिले। वहीं, आरजेडी उम्मीदवार महज 1751 वोटों के अंतर से चुनाव हारे।
हालांकि, 2020 में वह राजद से ही चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। वह राजनीति में खुद को किंगमेकर बताते रहे हैं। तेज प्रताप कई बयानों में कह चुके हैं कि तेजस्वी यादव अर्जुन हैं और मैं उनका सारथी।
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव से पहले तेज प्रताप का अपने रिश्ते की जानकारी देना पार्टी के लिए कहीं न कहीं घातक साबित हो सकता है क्योंकि विरोधी पार्टियां राजद प्रमुख और परिवार को निशाना बना रही हैं।
ऐसे में राजनैतिक टिप्पणीकारों का मानना है कि चुनाव में तेज प्रताप की वजह से पार्टी या महागठबंधन को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचने के लिए यह फैसला लिया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 24 मई को तेज प्रताप यादव ने अपनी फेसबुक पर अनुष्का यादव के साथ रिश्ते को लेकर एक पोस्ट साझा की थी। इसमें उन्होंने लिखा था कि हम दोनों 12 सालों से रिलेशन में हैं। हालांकि, मैं यह नहीं समझ पा रहा था कि इसे कैसे आप लोगों के साथ साझा करूं। लेकिन अब मैं इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताना चाहता हूं। यह पोस्ट इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गई।
हालांकि इसके बाद तेज प्रताप ने एक और पोस्ट की कि उनका अकाउंट हैक हो गया है। तेज प्रताप की इस पोस्ट के बाद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 25 मई को एक्स पर एक पोस्ट करते हुए तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालने की बात कही। इसके साथ ही लालू ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि तेज प्रताप यादव के साथ संपर्क रखने वाले लोग अपने स्वविवेक से निर्णय लें।
लालू यादव के इस फैसले पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू के छोटे बेटे तेजस्वी ने समर्थन करते हुए कहा कि हमें ये सब पसंद नहीं है। इसके अलावा लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू यादव का समर्थन किया।