लखनऊः उत्तर भारत ने इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। भीषण गर्मी को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कुछ राज्यों में हीटवेव का अलर्ट भी जारी किया है। इनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब शामिल हैं। इसके साथ ही लोगों को सावधान रहने की भी चेतावनी जारी की है। हालांकि, इस बीच दक्षिण भारत में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। 

आईएमडी के मुताबिक, रविवार को बादल साफ रहेंगे और मौसम शुष्क रहेगा। इससे तेज धूप और गर्मी का सामना करना पड़ेगा। राजधानी लखनऊ में रविवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री तक जाने की उम्मीद है। वहीं, न्यूनतम तापमान 31 डिग्री रहेगा।

बढ़ सकती है गर्मी

ऐसे में आज भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। दिन के समय में गर्मी और भी बढ़ सकती है क्योंकि इस दौरान उमस का सामना करना पड़ेगा। रविवार को हवाएं भी धीमी रफ्तार से चलेंगी जिससे गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। 

उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में रविवार को तापमान सामान्य से अधिक रहेगा और तेज गर्मी का सामना करना पड़ेगा। 

मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि आने वाले 2-3 दिनों में उत्तर भारत के राज्यों में हीटवेव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में हीटवेव से बचने के लिए लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

बच्चों और बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान

वहीं, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की बात की गई है। तेज गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और बेवजह घर से बाहर निकलने से बचें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर एनर्जेटिक बना रहेगा। अगर किसी जरूरी काम से बाहर जाना पड़ रहा है तो चश्मा और गमछा लेकर ही निकलें। इसके साथ ही बेहतर स्वास्थ्य के लिए बाहर का तला-भुना खाने से बचें। 

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में मौसम 10 जून तक इसी तरह रहेगा। इस दौरान बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि, 11 जून को कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई जा रही है जिससे गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। 

मानसून कब देगा दस्तक?

वहीं, उत्तर प्रदेश में इस बार मानसून 20 जून तक आने की संभावना जताई जा रही है। इस बार केरल के तट पर मानसून करीब एक सप्ताह पहले पहुंचा है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इस साल सामान्य से अधिक वर्षा होगी। इससे कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संदेश माना जा रहा है। हालांकि दक्षिणी राज्यों और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। कर्नाटक में भारी बारिश और बाढ़ के चलते 70 से अधिक लोगों की जान चली गई। 

वहीं, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित होने को मजबूर हैं।