बैंकॉक: थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर जारी तनाव और हिंसक झड़पों के बीच थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एक यात्रा परामर्श (एडवाइजरी) जारी की है। दूतावास ने भारतीय यात्रियों से अपील की है कि वे थाईलैंड के सात सीमावर्ती प्रांतों की यात्रा फिलहाल टाल दें।
भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “थाईलैंड-कंबोडिया सीमा के पास स्थिति को देखते हुए, थाईलैंड में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों और यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले थाईलैंड के आधिकारिक स्रोतों, विशेषकर TAT न्यूजरूम से अपडेट लें।”
दूतावास ने थाईलैंड पर्यटन प्राधिकरण (Tourism Authority of Thailand - TAT) की एक पोस्ट को भी साझा किया है, जिसमें सात प्रांतों में यात्रा न करने की सिफारिश की गई है।
इन प्रांतों के नाम हैं- उबोन रत्चथानी, सुरिन, सिसाकेट, बुरीराम, सा काओ, चांताबुरी और ट्राट। पर्यटन प्राधिकरण ने कहा है कि इन इलाकों के “कई पर्यटन स्थल” मौजूदा हालात के कारण “यात्रा के लिए उपयुक्त नहीं” हैं। दूतावास ने भारतीयों से अपील की है कि वे सतर्क रहें, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन या भारतीय दूतावास के निर्देशों का पालन करें।
गुरुवार को दोनों देशों की सीमा पर भारी गोलीबारी और झड़पें हुईं, जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी थाईलैंड की सरकारी मीडिया संस्था 'थाई सार्वजनिक प्रसारण सेवा' ने दी है।
1 लाख से अधिक विस्थापित
कंबोडियाई सेना द्वारा की जा रही बमबारी से अब तक 1 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं और थाईलैंड के चार सीमावर्ती प्रांतों—उबोन रत्चथानी, सीसाकेट, सुरिन और बुरीराम—के नागरिकों को 295 अस्थायी राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है।
थाईलैंड के गृह मंत्रालय के स्थायी सचिव अर्सोम सापनरत ने बताया कि यह हालात कंबोडिया की ओर से की जा रही अंधाधुंध और लक्षित बमबारी के कारण उत्पन्न हुए हैं। बमबारी में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई है और भारी संपत्ति का नुकसान भी हुआ है।
थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने शुक्रवार कंबोडिया की कार्रवाई को युद्ध अपराध करार देते हुए कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि कंबोडिया ने जानबूझकर अस्पतालों, रिहायशी इलाकों और बच्चों को निशाना बनाया।
सी सा केट प्रांत में एक पेट्रोल स्टेशन के पास स्थित किराना स्टोर पर बमबारी की गई, जिसमें एक बच्चे सहित कई नागरिक मारे गए। वहीं, सुरिन प्रांत में एक अस्पताल को भी तोप के गोले से निशाना बनाया गया, जिसमें कई मरीज और स्टाफ घायल हुए। फुमथम वेचायाचाई ने कंबोडिया को आगे किसी भी आक्रामक कदम के खिलाफ चेतावनी दी है।
थाईलैंड ने सभी भूमि सीमा चौकियों को सील कर दिया है और अपने नागरिकों को कंबोडिया छोड़ने की सलाह दी है। थाईलैंड की सभी 7 एयरलाइनों ने भी नागरिकों को वापस लाने में मदद की पेशकश की है।