लखनऊ: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ईद समारोह में शामिल होने के दौरान पुलिस ने उन्हें जानबूझकर रोका। उन्होंने कहा, 'आधे घंटे तक बातचीत करने के बाद मुझे आगे जाने दिया गया। जब मैंने जानना चाहा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है, तो किसी भी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था।'

अखिलेश यादव का सरकार पर निशाना 

अखिलेश यादव ने सरकार पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'आज जब मैं यहां (ईद समारोह में शामिल होने) आ रहा था, तो पुलिस ने जानबूझकर मुझे रोका। आधे घंटे तक बातचीत करने के बाद मुझे आगे जाने दिया गया। जब मैंने जानना चाहा कि ऐसा क्यों किया जा रहा है, तो किसी भी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था।'

उन्होंने कहा कि, मुझे इससे क्या समझना चाहिए?...क्या इस तरह का दबाव इसलिए बनाया जा रहा है ताकि हम दूसरे लोगों के समारोह में शामिल न हों? बीजेपी इस देश को संविधान के हिसाब से नहीं चला रही है।

अखिलेश यादव ने सवाल किया कि ऐसा क्यों किया जा रहा है। किसी भी अधिकारी के पास इसका कोई जवाब नहीं था। आखिरकार इसको क्या मानूं, क्या समझूं? इसको तानाशाही समझूं, इमरजेंसी समझूं? अखिलेश ने कहा कि क्या सरकार उन्हें डराना चाहती है। क्या सरकार चाहती है कि वे दूसरे धर्मों के कार्यक्रमों में शामिल न हों। इसको ये समझूं कि ऐसा दबाव बनाना चाहते हैं। डराना चाहते हैं कि दूसरे के धर्मों में शामिल न हों। दूसरों के कार्यक्रम में शामिल न हों।

अखिलेश यादव ने दी ईद की मुबारकबाद

साथ ही उन्होंने ईद के मौके पर मुबारकबाद देते हुए कहा,'आज मैं पूरे प्रदेश, देश और दुनिया के सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। हम सभी ईद का त्यौहार एक-दूसरे के गले मिलकर खुशी के साथ मनाते हैं और उम्मीद करते हैं कि हम सभी एक-दूसरे के गले मिलकर एक-दूसरे का सम्मान करेंगे। यही हमारे देश की खूबसूरती है, जहां विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग एक साथ रहते हैं।'