बेंगलुरुः कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, समारोह आयोजनकर्ता डीएनए एंटरटेनमेंट और बेंगलुरु पुलिस 4 जून को बेंगलुरु में हुई भगदड़ के लिए प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार हैं। न्यायिक आयोग द्वारा सीएम सिद्धारमैया को सौंपी गई रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है। 4 जून को आरसीबी के आईपीएल खिताब जीतने के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोग मारे गए थे और 50 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि रिटायर्ड जस्टिस जॉन माइकल डी कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक सदस्यीय जांच आयोग ने पाया कि सभी हितधारकों ने यह जानते हुए भी कि भीड़ का प्रबंधन करना मुश्किल है। इस रिपोर्ट में सभी संबंधित पक्षों की "घोर लापरवाही और कर्त्तव्यहीनता" का हवाला दिया गया है।
18 साल में पहली बार जीता IPL खिताब
आरसीबी ने 18 साल के आईपीएल इतिहास में पहली बार खिताब जीता था और जीत का जश्न मनाने और विजेता टीम की एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में प्रशंसक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटे थे। कांग्रेस सरकार ने एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर सम्मान समारोह आयोजित कराया था। दोपहर करीब 3 बजकर 25 मिनट पर भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई।
डी कुन्हा आयोग को योजना, समन्वय और भीड़ प्रबंधन में हुई खामियों की जांच के लिए एक महीने का समय दिया गया था। जाँच के दौरान आयोग ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, कई सुनवाइयाँ कीं और प्रत्यक्षदर्शियों, पुलिस अधिकारियों, केएससीए अधिकारियों और सरकारी प्रतिनिधियों के बयान दर्ज किए।
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आयोग ने यह भी पाया कि सुरक्षा व्यवस्था में भारी कमी थी। स्टेडियम के अंदर सिर्फ 79 पुलिसकर्मी तैनात थे। वहीं, मौके पर कोई एंबुलेंस भी नहीं मौजूद थी।
अधिकारियों ने तुरंत नहीं की कार्रवाई
जांच में यह भी पता चला कि अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई नहीं की। संयुक्त पुलिस आयुक्त शाम 4 बजे घटनास्थल पर पहुंचे जबकि पुलिस आयुक्त को घटना की जानकारी शाम साढ़े 5 बजे तक नहीं दी गई।
सीएम सिद्धारमैया को जांच की दो खंडों की रिपोर्ट शुक्रवार को सौंपी गई। इसे 17 जुलाई को कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। हालांकि, जांच के निष्कर्ष अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
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कर्नाटक सरकार ने भगदड़ की जांच के लिए पहले न्यायिक जांच की स्थापना की थी और पुलिस को यह निर्देश दिया था कि मामले में आपराधिक पहलुओं की जांच करे। आरसीबी, केएससीए और इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट के खिलाफ लापरवाही और गैर इरादतन हत्या के आरोप में कई एफआईआर दर्ज की गईं।