नई दिल्ली/शिलॉन्ग, 10 जून (आईएएनएस)। मेघालय के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में घटनाक्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है। मृतक राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर की कॉपी सामने आई है, जिसमें हत्या से जुड़े कई अहम तथ्यों का खुलासा हुआ है। साथ ही, इस केस की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बुधवार से पूछताछ की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है, जिसमें मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और अन्य गिरफ्तार अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

FIR में चौंकाने वाले खुलासे, गायब मिला कीमती सामान

एफआईआर के अनुसार, राजा रघुवंशी की हत्या के बाद उनका वॉलेट, सोने की चेन, सगाई और शादी की अंगूठियां, सोने का ब्रेसलेट, पावर बैंक, ब्राउन स्लिंग बैग, नकदी, जरूरी दस्तावेज, डेबिट-क्रेडिट कार्ड और एक वीवो मोबाइल फोन गायब पाया गया।

राजा 21 मई को अपनी पत्नी सोनम रघुवंशी के साथ हनीमून मनाने शिलॉन्ग पहुंचे थे और 'बे-अजी गेस्ट हाउस' में ठहरे थे। 22 मई को दंपति ने एक स्कूटी किराए पर लेकर सोहरा की ओर यात्रा की। दोनों ने अपने-अपने परिजनों को बताया था कि वे ट्रेकिंग पर हैं और ‘शिपारा होमस्टे’ में रात गुजार रहे हैं। 23 मई को दोपहर में उनकी माँओं से आखिरी बार बात हुई, जिसके बाद दोनों से संपर्क टूट गया।

परिवार की चिंता बढ़ने पर राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद शिलॉन्ग पहुंचे और स्थानीय पुलिस की मदद से खोजबीन शुरू की गई। 2 जून को राजा का शव उमब्लाई के वेई सावडोंग के पास एक गहरे गॉर्ज में क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ। शव बुरी तरह सड़ चुका था। वहीं सोनम लापता रही, जब तक कि 8-9 जून की रात वह अचानक यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर नजर आई और बाद में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।

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SIT की पूछताछ बुधवार से, मर्डर का होगा री-क्रिएशन

शिलॉन्ग पुलिस ने हत्या की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है जिसमें वरिष्ठ अफसरों सहित 120 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस टीम की कमान ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सियेम और एसपी (सिटी) हर्बर्ट पिनियाड खारकोंगोर के पास है। एसआईटी बुधवार को सोनम और अन्य गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी, जहां उनके मेडिकल परीक्षण के बाद गहन पूछताछ शुरू होगी।

पुलिस की योजना है कि हत्याकांड का क्राइम सीन री-क्रिएट कराया जाए, ताकि आरोपियों की भूमिका स्पष्ट हो सके। साथ ही, हत्यारों को उन स्थानों पर भी ले जाया जाएगा, जहां-जहां वे रुके थे या संभावित साजिश रची गई थी।

सबूत और फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार

अब तक की जांच में पुलिस को घटनास्थल से कई अहम सबूत मिले हैं- जैसे एक शर्ट, मोबाइल फोन के पुर्जे, एक रेनकोट, खून से सने कपड़े, हत्या में प्रयुक्त हथियार और आरोपियों के फिंगरप्रिंट। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

23 मई को लापता होने के बाद सोनम का कोई सुराग नहीं मिला था। परिजन और पुलिस दोनों उसकी तलाश में जुटे थे। फिर 8-9 जून की रात को वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर थकी और डरी हुई हालत में मिली। वहां से उसने अपने परिजनों से संपर्क किया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।

माना जा रहा है कि सोनम की भूमिका हत्याकांड में अहम रही है और पुलिस उससे कई कोणों पर पूछताछ करेगी, जैसे साजिश की योजना, मददगारों की भूमिका, और हत्या के पीछे का वास्तविक मकसद।

समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ