लखनऊः बसपा प्रमुख मायावती ने एक बार फिर से भतीजे आकाश आनंद को पार्टी की सारी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। आकाश आनंद की नेशनल कोऑर्डिनेटर सहित सारे पदों से छुट्टी कर दी गई है। मायावती ने साफ किया कि उनके जीते जी कोई पार्टी का उत्तराधिकारी नहीं होगा।
लखनऊ में हुई आल इंडिया पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने कई अहम फैसले लिए। उन्होंने आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर सहित सभी पदों से हटाने की घोषणा की। अब पार्टी की बागडोर को मजबूत करने के लिए आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को नया राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया गया है।
हाल ही में मायावती ने कड़ा कदम उठाते हुए आकाश आनंद के ससुर और पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. अशोक सिद्धार्थ और केंद्रीय-राज्य समन्वयक नितिन सिंह को निष्कासित कर दिया था। इन दोनों नेताओं पर पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा देने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप लगे थे।
मायावती ने रविवार कहा कि बसपा संस्थापक कांशीराम ने कभी परिवार के सदस्यों के पार्टी में काम करने का विरोध नहीं किया था। लेकिन वह स्पष्ट रूप से कहते थे कि अगर कोई परिवार का सदस्य पार्टी या आंदोलन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, तो उसे तुरंत बाहर कर दिया जाएगा।
02-03-2025-BSP PRESS NOTE-ALL INDIA MEETING pic.twitter.com/bSR7HBqt7v
— Mayawati (@Mayawati) March 2, 2025
इसी सिद्धांत के तहत मायावती ने पहले अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निष्कासित किया। मायावती ने आरोप लगाया कि सिद्धार्थ ने पार्टी में गुटबाजी कर संगठन को कमजोर किया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की शादी जैसे कई मौकों पर सिद्धार्थ ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया।
आकाश आनंद को मिली ससुर के प्रभाव की सजा
मायावती ने कहा कि अशोक सिद्धार्थ का प्रभाव उनकी बेटी पर पड़ रहा है और यह प्रभाव आकाश आनंद की राजनीतिक सोच को भी प्रभावित कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धार्थ ने न केवल पार्टी को नुकसान पहुंचाया, बल्कि आकाश आनंद का राजनीतिक करियर भी बर्बाद कर दिया।
मायावती ने स्पष्ट किया, "पार्टी के हित में यह फैसला लिया गया है। इसके लिए पार्टी नहीं, बल्कि पूरी तरह से इनके ससुर अशोक सिद्धार्थ जिम्मेदार हैं। अब इसके स्थान पर पूर्व की तरह ही आनंद कुमार ही पार्टी का सभी कार्य करते रहेंगे।
आनंद कुमार और रामजी गौतम बने राष्ट्रीय समन्वयक
पार्टी को मजबूती देने के लिए मायावती ने आनंद कुमार को राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया है। आनंद कुमार पिछले कई वर्षों से बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। वे पार्टी के पेपर वर्क, आयकर, कोर्ट केस और चुनावी प्रबंधन जैसे सभी महत्वपूर्ण कार्यों की देखरेख करते हैं। अब आनंद कुमार के साथ-साथ रामजी गौतम को भी राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया गया है।
मायावती ने कहा, "आनंद कुमार दिल्ली में पार्टी का सभी जरूरी कार्य देखने के साथ-साथ पूरे देश में पार्टी के लोगों से अपना पूरा संपर्क भी बनाकर रखते हैं, जिसकी पूरी जानकारी समय-समय पर यह मुझे देते हैं। इसलिए वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब इन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए रखने के साथ-साथ पार्टी में इन्हें पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर भी बना दिया गया है। अब पार्टी ने दूसरा नेशनल कोऑर्डिनेटर रामजी गौतम को नियुक्त किया है।"
उन्होंने कहा कि आनंद कुमार के बारे में मैं यह भी अवगत कराना चाहती हूं कि वर्तमान में बदले हुए हालात में, पार्टी और मूवमेंट के हित में अब इन्होंने अपने बच्चों का रिश्ता भी गैर-राजनैतिक परिवार के साथ ही जोड़ने का फैसला लिया है ताकि अशोक सिद्धार्थ की तरह अब आगे कभी भी अपनी पार्टी को किसी भी प्रकार से कोई नुकसान आदि न हो सके।
'जीते जी कोई उत्तराधिकारी नहीं'
मायावती ने कहा कि अब मैंने यह फैसला लिया है कि मेरे जीते जी और मेरे आखिरी सांस तक भी अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। जिस फैसले का पार्टी के लोगों ने दिल से स्वागत किया। मायावती ने अपनी उस बात को आज फिर से दोहराया है कि मेरे लिए पार्टी और मूवमेंट पहले है। भाई-बहन और उनके बच्चे तथा अन्य रिश्ते-नाते आदि सभी बाद में हैं।