प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में 29 जनवरी को हुई भगदड़ के बाद मेला प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। इन सबके बीच भाजपा विधायक बाबा बालकनाथ ने "साजिश" की आशंका व्यक्त की है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन जो भगदड़ हुई वह दुखद है। हम सभी को उस घटना से सबक लेना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। हमें व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की दिशा में काम करने की जरूरत है। व्यवस्थाएं पहले से ही बहुत अच्छी हैं।
'जांच से सामने आएगा सच'
बाबा बालकनाथ ने कहा, "लोग समझते हैं कि महाकुंभ में भगदड़ अव्यवस्था के कारण हुई। लेकिन, इसकी जांच होगी तो सच सामने आएगा। मुझे लगता है कि इस घटना के पीछे षड्यंत्रकारी लोग भी हो सकते हैं। कुंभ का जिस स्तर पर आयोजन किया गया। कुछ लोगों को यह हजम नहीं हो रहा है। कुछ साजिश भी इसके पीछे हो सकती है, लेकिन यह जांच का विषय है।"
भाजपा सांसद ने महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं से प्रशासन द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कि यह कुंभ सनातन को मानने वाले सभी लोगों का है। हम गंगा के इस पवित्र स्थान पर अच्छे विचार रखते हैं, अच्छे इरादे रखते हैं और अच्छे की कामना करते हैं। आनंदपूर्वक और व्यवस्थित ढंग से आएं और यहां के नियमों का पालन करें।
महाकुंभ: भगदड़ में 30 मौत, 90 से ज्यादा घायल
मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी को अमृत स्नान करने के लिए करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। भगदड़ उस समय हुई जब लोग संगम तट की ओर बढ़ रहे थे। राज्य सरकार द्वारा दिए आंकड़ों के अनुसार, 30 श्रद्धालुओं की मौत व 90 से ज्यादा गंभीर या सामान्य रूप से घायल हो गए।
डॉक्टरों की निगरानी में घायलों का इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।
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