10 लाख का ईनामी ढेर Photograph: (IANS)
रांचीः झारखंड के लातेहार में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों ने एक अभियान के दौरान 10 लाख के इनामी नक्सली पप्पू लोहारा को मार गिराया है। पप्पू झारखंड जन मुक्ति परिषद का नेता हैं। यह एक विद्रोही माओवादी संगठन है।
पप्पू लोहारा के अलावा इस मुठभेड़ में प्रभात गंझू भी मारा गया है। गंझू पर पांच लाख रुपये का ईनाम था।
बरामद हुई राइफल
इसके अलावा इस समूह का एक और सदस्य घायल हुआ है और उसे गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से इंसास राइफल बरामद हुई है। लातेहार पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया गया था।
बीते दिनों छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली थी। उसके कुछ ही दिनों बाद झारखंड में भी सफलता मिली है। नारायणपुर में हुई मुठभेड़ में 27 माओवादी मारे गए थे।
इसमें वसवा राजू भी था जिस पर डेढ़ करोड़ का इनाम था। नारायणपुर-बीजापुर सीमा पर सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच करीब 50 घंटे तक मुठभेड़ चली थी।
सैन्य आयोग का प्रमुख
वसवा राजू को पहले केंद्रीय सैन्य आयोग का प्रमुख बनाया गया और बाद में महासचिव बनाया गया। वसवा ने कई खूंखार हत्याकांड को अंजाम दिया। साल 2010 में सीआरपीएफ के 76 जवानों की हत्या में वह शामिल था। इसके अलावा साल 2013 के झीरम घाटी हत्याकांड में भी वह शामिल था। इस घटना में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं समेत 30 से अधिक लोग मारे गए थे।
राजू का नेटवर्क सिर्फ छत्तीसगढ़ तक ही सीमित नहीं था बल्कि महाराष्ट्र, तेलंगाना के कुछ इलाकों में भी उसका प्रभुत्व था। राजू केंद्रीय जांच एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और तेलंगाना तथा आंध्र प्रदेश पुलिस का वांछित भी था।
केंद्र सरकार नक्सलवाद विरोधी अभियान तेजी से चला रही है। सरकार का कहना है कि मार्च 2026 तक पूरी तरह से नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा।