वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत ने 'अपने टैरिफ में कटौती करने पर सहमति जताई है।' ट्रंप ने शुक्रवार को ये बात कही। इससे पहले ट्रंप ने इसी हफ्ते यूएस कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत 'हम पर 100 फीसदी से भी ज्यादा ऑटो टैरिफ लगाता है।'
ओवल ऑफिस में ट्रंप ने शुक्रवार को कहा, 'भारत हमसे बहुत ज़्यादा टैरिफ वसूलता है, इतना ज्यादा कि आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते। यह लगभग...प्रतिबंध की तरह है। आप जानते हैं, हम अंदर बहुत कम व्यापार करते हैं। वैसे, वे सहमत हो गए हैं। वे अब अपने टैरिफ में कटौती करना चाहते हैं क्योंकि आखिरकार कोई उन्हें उनके किए की पोल खोल रहा है।"
#WATCH | Washington, DC: US President Donald Trump says, "...India charges us massive tariffs. Massive. You can't even sell anything in India...They have agreed, by the way; they want to cut their tariffs way down now because somebody is finally exposing them for what they have… pic.twitter.com/XwytKPli48
— ANI (@ANI) March 7, 2025
ट्रंप की यह टिप्पणी भारत द्वारा यह कहे जाने के कुछ घंटों बाद आई कि वह द्विपक्षीय व्यापार समझौते के तहत टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करके अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को गहरा करने पर विचार कर रहा है।
विदेश मंत्रालय का कल आया था बयान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा था कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की।
रणधीर जायसवाल ने साथ ही कहा था कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका में इस संबंध में अपने समकक्षों से मुलाकात की है और दोनों सरकारें बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में हैं।
जायसवाल ने कहा, 'बीटीए के माध्यम से हमारा उद्देश्य वस्तुओं और सेवाओं के क्षेत्र में भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत और गहरा करना, बाजार पहुंच बढ़ाना, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करना और दोनों देशों के बीच आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण को गहरा करना है।'
गौरतलब है कि ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाने को लेकर यूरोपीय संघ, चीन और कनाडा के साथ भारत का भी उल्लेख किया था। ट्रंप ने कहा था कि अन्य देशों ने दशकों से अमेरिका के खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है, और अब 'हमारी बारी है' कि उन देशों के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया जाए।
पिछले महीने पीएम मोदी ने की थी ट्रंप से मुलाकात
इससे पहले पीएम मोदी ने 13 फरवरी को वाशिंगटन डीसी में ट्रंप के साथ बातचीत की। बैठक में दोनों पक्षों ने इस साल के अंत तक एक बड़े व्यापार सौदे पर बातचीत करने और व्यापार घाटे को कम करने के लिए 2030 तक वार्षिक व्यापार में 500 बिलियन अमरीकी डालर का लक्ष्य निर्धारित करने पर सहमति व्यक्त की थी।
मोदी-ट्रंप के बीच बाततीच पर एक संयुक्त बयान में कहा गया, 'यह मानते हुए कि इस स्तर की महत्वाकांक्षा के लिए नए, निष्पक्ष-व्यापार शर्तों की आवश्यकता है, दोनों नेताओं ने 2025 के अंत तक पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की।'
भारत सरकार ने 2025-26 के अपने केंद्रीय बजट में भी बोरबॉन व्हिस्की, वाइन और इलेक्ट्रॉनिक वाहन (ईवी) के सेगमेंट पर टैरिफ कम करने के अपने फैसले की घोषणा की है। वाशिंगटन लगातार नई दिल्ली से व्यापार घाटे को कम करने के लिए अधिक अमेरिकी तेल, गैस और रक्षा उपकरण खरीदने के लिए भी जोर दे रहा है।
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