कोलकाता: पश्चिम बंगाल के सुंदरबन क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों ने 13 संवेदनशील द्वीपों की पहचान की है, जिनका उपयोग बांग्लादेशी घुसपैठिए अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्रवेश करने और छिपने के लिए कर रहे हैं।
ये द्वीप दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा ब्लॉक में स्थित हैं और बांग्लादेश सीमा के पास होने के कारण सुरक्षा की कमी के कारण अवैध गतिविधियों के लिए आदर्श स्थल बन गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन द्वीपों पर सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण यह स्थान बांग्लादेशी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बन चुका है। सुरक्षा एजेंसियों ने इन द्वीपों पर निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है, ताकि इन घुसपैठियों को पकड़ा जा सके और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाया जा सके।
दिल्ली के संगम विहार में हुई हत्या की जांच से हुआ पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो बांग्लादेश से अवैध अप्रवासियों को भारत लाकर उन्हें भारतीय पहचान दिलाने का काम करता था। इस गिरोह के सदस्य बांग्लादेशी नागरिकों को दिल्ली लाकर नकली दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी और अन्य पहचान पत्र तैयार करते थे।
दिल्ली पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तकनीकी विशेषज्ञ, आधार ऑपरेटर और दस्तावेज़ जालसाज शामिल हैं। इस गिरोह का खुलासा संगम विहार में एक हत्या की जांच के दौरान हुआ, जब बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ के बाद गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
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गिरोह बांग्लादेशी नागरिकों को जंगल के रास्तों और एसी ट्रेनों से दिल्ली लाता था
गिरोह बांग्लादेशी नागरिकों को जंगल के रास्तों और एसी ट्रेनों के माध्यम से दिल्ली लाता था। दिल्ली पहुंचने के बाद, उन्हें नकली दस्तावेज, अस्थायी सिम कार्ड और यात्रा खर्च के लिए नकदी मुहैया कराई जाती थी।
गिरोह ने एक फर्जी वेबसाइट भी बनाई थी, जहां सस्ते दरों पर नकली दस्तावेज उपलब्ध थे। इसके साथ ही, गिरोह ने बांग्लादेशी नागरिकों के लिए भारतीय पहचान बनाने के लिए एक मजबूत वित्तीय नेटवर्क तैयार किया था, जिसमें पेटीएम के माध्यम से भुगतान किए जाते थे।
सुरक्षा एजेंसियां इस गिरोह के विस्तृत नेटवर्क की जांच कर रही हैं, ताकि इसके सभी सदस्य और इसके संचालन के तरीकों का खुलासा किया जा सके। इसी बीच, सुंदरबन क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए बढ़ती निगरानी और सुरक्षा उपायों की योजना बनाई जा रही है।
इन 13 द्वीपों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाएंगे, ताकि इन द्वीपों का उपयोग अवैध घुसपैठियों के लिए पनाहगाह के रूप में न हो सके।
इस मामले ने अवैध अप्रवासन और फर्जी दस्तावेजों के कारोबार के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस गिरोह और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही हैं, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
(समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)