नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को पार्टी के सात विधायकों ने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। खास बात यह है कि इनमें से किसी को भी आगामी चुनाव में टिकट नहीं मिला, क्योंकि AAP ने इनकी जगह नए उम्मीदवार उतारे हैं।

पालम की विधायक भावना गौड़ ने आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में साफ कहा कि उन्होंने पार्टी और उसके नेतृत्व में विश्वास खो दिया है, इसलिए अब उनका पार्टी में बने रहना संभव नहीं है। कस्तूरबा नगर के विधायक मदन लाल ने भी इसी भावना को दोहराते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

भावना गौड़ और मदन लाल ने अपने-अपने पत्र में लिखा, "मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा/रही हूं, क्योंकि अब न तो पार्टी पर भरोसा है और न ही उसके नेतृत्व पर। कृपया इसे स्वीकार करें।" 

किन 7 आप विधायकों ने दिया इस्तीफा

इस्तीफा देने वालों में त्रिलोकपुरी के विधायक रोहित महरौलिया, जनकपुरी के विधायक राजेश ऋषि, कस्तूरबा नगर के विधायक मदन लाल, और महरौली के विधायक नरेश यादव शामिल हैं। इसके अलावा, आदर्श नगर के पवन शर्मा और बिजवासन के बीएस जूंन ने भी पार्टी से नाता तोड़ लिया।

इंडिया टुडे के अनुसार, इनमें से छह विधायक वे हैं, जिन्हें आम आदमी पार्टी ने 2025 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया। हालांकि, महरौली के विधायक नरेश यादव को टिकट मिला था, लेकिन उनके खिलाफ बेअदबी मामले में आरोप सिद्ध होने के बाद उन्होंने टिकट लौटा दिया। इसके बाद पार्टी ने उनकी जगह एक नए उम्मीदवार को मौका दिया।

आप की दिल्ली चुनाव के लिए जारी उम्मीदवार सूची के अनुसार, पार्टी ने आदर्श नगर से मुकेश गोयल, जनकपुरी से प्रवीण कुमार, बिजवासन से सुरेंद्र भारद्वाज, पालम से जोगिंदर सोलंकी, कस्तूरबा नगर से रमेश पहलवान और त्रिलोकपुरी से अंजना परचा को टिकट दिया है।

इस्तीफा देने वाले सभी विधायक विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने की वजह से जिससे नाराज चल रहे थे। वोटिंग होने में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। 5 फरवरी को दिल्ली में वोटिंग होनी है। उससे पहले 7 आप विधायकों के इस्तीफों की यह लहर चुनाव से पहले पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।