'यमुना में जहर' बयान पर नड्डा ने केजरीवाल को क्या जवाब दिया?

जेपी नड्डा ने दावा किया कि केंद्र सरकार से 8,500 करोड़ रुपये मिलने के बावजूद दिल्ली की सरकार की ओर से नदी की सफाई के लिए कोई सार्थक काम नहीं किया गया।

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JP Nadda & Arvind Kejriwal

जेपी नड्डा और अरविंद केजरीवाल Photograph: (IANS)

नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा पर यमुना के पानी को जहरीला बनाने का आरोप लगाया। उनके इस दावे के विरोध में भाजपा तथ्यों के जरिए आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोल रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आंकड़ों की जुबानी ये बताने की कोशिश की है कि आप सरकार गलत बयानी कर रही है। 

जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, "यमुना प्रदूषण पर 'आप-दा' का आरोप-प्रत्यारोप उनकी अक्षमता और विफल शासन व्यवस्था को उजागर करता है। 10 साल से अधिक समय से अरविंद केजरीवाल सरकार ने भ्रष्टाचार, झूठ और खोखले वादों के अलावा कुछ नहीं किया है। केंद्र सरकार से 8,500 करोड़ रुपये मिलने के बावजूद नदी की सफाई के लिए कोई सार्थक काम नहीं हुआ है।"

एक इंफोग्राफिक शेयर करते हुए उन्होंने आगे लिखा," 'इन्फोइंडाटा' के इन्फोग्राफिक से पता चलता है कि दिल्ली में यमुना के प्रवेश करते ही प्रदूषण कैसे बढ़ जाता है। जिम्मेदारी लेने के बजाय आप-दा सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए लोगों में डर फैलाना शुरू कर दिया है। अरविंद केजरीवाल को अपने बयान के लिए हरियाणा और दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए।"

'यमुना में जहर' वाले बयान पर मचा है सियासी हंगामा

दरअसल, आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया था कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने दिल्ली को दिए जा रहे यमुना के पानी में जहर मिला दिया है। उन्होंने कहा था कि अगर दिल्ली जल बोर्ड ने जहर नहीं पकड़ा होता, तो सामूहिक नरसंहार हो सकता था।

भाजपा ने अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भूपेंद्र यादव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के तीनों सदस्यों से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि वे आप नेता से अपने आरोप वापस लेने और लोगों में "दहशत" पैदा करने के लिए माफी मांगने को कहें।

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