सोनीपतः अशोका विश्वविद्यालय (Ashoka University) के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को 'ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)' के बारे में की गई विवादित टिप्पणी के चलते गिरफ्तार किया गया है। प्रोफेसर ने सोशल मीडिया पर ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी की थी जिसके बाद हरियाणा महिला आयोग द्वारा उन्हें तलब किया गया था। 

समाचार एजेंसी पीटीआई ने सहायक पुलिस आयुक्त अजीत सिंह के हवाले से लिखा "अली खान महमूदाबाद को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है।"

विश्वविद्यालय की आई प्रतिक्रिया

वहीं, इस बाबत अशोका विश्वविद्यालय की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया है कि हमें प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की पुलिस कस्टडी के बारे में आज सुबह अवगत कराया गया है। बयान में आगे कहा गया कि हम मामले का विवरण पता लगाने की प्रक्रिया में हैं।

इसमें आगे कहा गया कि विश्वविद्यालय पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ जांच में पूरी तरह से सहयोग करेगा।

प्रोफेसर अली मोहम्मद की यह गिरफ्तारी हरियाणा महिला आयोग द्वारा उन्हें तलब किए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है। राज्य महिला आयोग ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया था। महिला आयोग ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि प्रोफेसर द्वारा सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी भारतीय सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को कमतर आंकती हुई प्रतीत होती है और आयोग ने इसे सांप्रदायिक भावना भड़काने वाला माना था। 

दरअसल, प्रोफेसर ने सोशल मीडिया पर लिखे पोस्ट में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर पर महिला अधिकारियों द्वारा दी गई ब्रीफिंग "दिखावा" और "सिर्फ पाखंड" है।

पोस्ट में आगे कहा गया था कि "मुझे बहुत सारे दक्षिणपंथी टिप्पणीकारों को कर्नल सोफिया कुरैशी की सराहना करते हुए देखकर बहुत खुशी हुई लेकिन शायद वे इतनी ही जोर से यह भी मांग कर सकते थे कि भीड़ द्वारा हत्या, मनमाने ढंग से बुलडोजर चलाने और भाजपा के नफरत फैलाने के शिकार अन्य लोगों को भारतीय नागरिकों के रूप में संरक्षित किया जाए।" 

हरियाणा महिला आयोग का समन

महिला आयोग द्वारा भेजे गए समन के जवाब में कहा गया कि ऑपरेशन सिंदूर और इसमें शामिल महिला अधिकारियों पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट महिला विरोधी नहीं थे और उन्हें सेंसर किया जा रहा है। इस संबंध में प्रोफेसर ने एक्स पर एक पोस्ट किया था। 

प्रोफेसर महमूदाबाद ने कहा था कि उन्होंने कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को प्रेस ब्रीफिंग में चुने जाने के लिए प्रशंसा की थी कि यह भारत की विविधता को दर्शाता है।

ऑपरेशन सिंदूर

गौरतलब है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' लांच किया गया था। यह ऑपरेशन छह और सात मई की दरम्यानी रात चलाया गया था। इस ऑपरेशन के बारे में भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने कई मीडिया ब्रीफिंग दीं। 

भारत द्वारा पाकिस्तान पर यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों के ऊपर हुए आतंकी हमलों के जवाब में की गई थी। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसकी जिम्मेदारी द रेजिस्टेंट फ्रंट नामक संगठन ने ली थी जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा वित्तपोषित माना जाता है।