एयर इंडिया विमान Photograph: (आईएएनएस)
नई दिल्लीः अहमदाबाद विमान हादसे (Ahmedabad Plane Crash) के लगभग 38 घंटे बाद एयर इंडिया की एक और फ्लाइट AI 187 गंभीर चेतावनी का सामना करना पड़ा था।
बोइंग-777 विमान वियना की उड़ान भर रहा था। इसी समय यह विमान लगभग 900 फीट नीचे गिरा था। ऐसी स्थिति में ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम (GPWS) अलर्ट, विशेष रूप से "डूब न जाए" चेतावनी को जारी किया था।
पायलटों ने विमान पर पाया काबू
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पायलट विमान को काबू करने में कामयाब रहे और सुरक्षित रूप से वियना के लिए उड़ान जारी रखी। नागरिक विमानन महानिदेशालय इस घटना की जांच कर रही है। वहीं, एयर इंडिया के सुरक्षा प्रमुख को इस मामले में डीजीसीए द्वारा पहले ही तलब किया जा चुका है और विमान के पायलटों को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है।
फ्लाइट ट्रैकिंग साइट्स के मुताबिक, बोइंग-777 ने 14 जून को खराब मौसम में 2:56 मिनट पर उड़ान भरी थी। इस दौरान दिल्ली में आंधी चल रही थी। टेकऑफ के तुरंत बाद विमान की तरफ से दो बार चेतावनी आई थी और इस दौरान विमान की ऊंचाई 900 फीट तक कम हुई। हालांकि, पायलटों ने किसी तरह विमान पर काबू पाया और वियना के लिए उड़ान जारी रखी।
उड़ान के दौरान विमान में स्टिक शेकर और GPWS सावधानी की इनफ्लाइट घटना हुई थी। स्टिक शेकर का मतलब होता है फ्लाइट डेक पर कंट्रोल कॉलम का हिलना और शोर करना जो यह संकेत देता है कि कुछ ठीक नहीं है और पायलटों की स्थिति पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। पायलटों ने ऐसा ही किया और विमान को काबू में कर लिया। इसके बाद यह फ्लाइट 9 घंटे 8 मिनट की उड़ान के बाद वियना में सुरक्षित उतरी थी।
अहमदाबाद विमान हादसा
इस घटना के दो दिन पहले 12 जून एयर इंडिया का एक विमान हादसे का शिकार हो गया था जिसमें सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा यह विमान एक हॉस्टल की छत पर गिरा था जहां पर कई एमबीबीएस छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना में 270 लोगों की जान गई थी।
इस विमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी सवार थे। इसके साथ ही 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली तथा एक कनाडाई नागरिक सवार थे।