Thursday, October 16, 2025
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हार्वर्ड विश्वविद्यालय गंवा सकता है विदेशी छात्रों को दाखिला देने की योग्यता, ट्रंप प्रशासन का नया फरमान

वाशिंगटनः हार्वर्ड विश्वविद्यालय को दी जाने वाली सहायता राशि पर रोक लगाने के बाद ट्रंप प्रशासन ने एक और फरमान जारी किया है। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय को चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय ट्रंप प्रशासन द्वारा कुछ वीजा धारकों की जानकारी साझा नहीं करता है तो वह विदेशी छात्रों को दाखिला देने की योग्यता गंवा देगा। 

हार्वर्ड विश्वविद्यालय के खिलाफ ट्रंप प्रशासन की ओर से यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने विश्वविद्यालय को दी जाने वाली 2.2 अरब डॉलर की सहायता राशि पर रोक लगा दी थी। 

अनुदान पर लगाई रोक

वहीं, बुधवार को गृह सुरक्षा विभाग की सचिव क्रिस्टी नोएम ने विश्वविद्यालय को दी जाने वाली दो डीएचएस अनुदानों पर रोक की घोषणा की। इन राशि की कीमत लगभग 23 करोड़ रुपये (2.7 मिलियन डॉलर) है। 

नोएम ने आगे कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय को एक पत्र भेजा है और इसके साथ ही विश्वविद्यालय के विदेशी छात्र वीजा धारकों की “अवैध और हिंसक गतिविधियों” का रिकॉर्ड मांगा है। 

इस बाबत नोएम ने एक बयान भी जारी किया जिसमें उन्होंने कहा “यदि हार्वर्ड यह सत्यापित नहीं कर पाता कि वह अपनी रिपोर्टिंग आवश्यकताओं का पूर्णतः अनुपालन कर रहा है तो विश्वविद्यालय विदेशी छात्रों को दाखिला देने का विशेषाधिकार खो देगा। “

हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने इस संबंध में कहा कि उन्हें नोएम के पत्र के बारे में जानकारी थी जिसमें अनुदान रद्द करने और विदेशी छात्र वीजा की जांच के बारे में लिखा था। 

विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्या कहा?

इस संबंध में प्रवक्ता ने एक बार फिर से विश्वविद्यालय के रुख को दोहराते हुए कहा कि यह अपनी स्वतंत्रता या संवैधानिक अधिकारों का त्याग नहीं करेगा। 

अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने विश्वविद्यालयों को उन्हें दी जाने वाली संघीय फंडिंग पर रोक लगाने की चेतावनी भी दी है। यह चेतावनी विश्वविद्यालयों के परिसर के भीतर इजराइली सेना के खिलाफ हो रहे आंदोलनों को लेकर है। 

डोनाल्ड ट्रंप ने इन प्रदर्शनकारियों को अमेरिकी विदेश नीति के लिए खतरा बताया है। इसके साथ ही ट्रंप ने प्रदर्शकारियों पर यहूदी विरोधी और हमास से सहानुभूति रखने का आरोप लगाया है। 

वहीं, प्रदर्शनकारियों जिनमें कुछ यहूदी समूह भी हैं ने तर्क दिया कि ट्रंप प्रशासन फिलिस्तीनी लोगों के अधिकार और इजराइल द्वारा गाजा में की गई कार्रवाई की आलोचना उग्रवाद और यहूदी विरोधी बताकर गलत तरीके से पेश कर रहा है। 

अमेरिकी प्रशासन पहले ही कुछ विदेशी छात्रों को वापस भेज चुका है और देशभर में सैकड़ों की संख्या में वीजा पर रोक लगाई है।

कैंपस में यहूदी विरोधी भावना को लेकर हार्वर्ड विश्वविद्यालय का कहना है कि वह शैक्षणिक स्वतंत्रता और विरोध के अधिकार को कायम रखते हुए परिसर में इस तरह की भावना से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि परिसर में अन्य सभी प्रकार के पूर्वाग्रहों से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। 

अमरेन्द्र यादव
अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...
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