एक्टर मोहनलाल ने जारी विवाद के बीच मांगी माफी Photograph: (instagram)
तिरुवनंतपुरमः मलयालम स्टार अभिनेता मोहनलाल ने फिल्म L2: Empuraan को लेकर जारी विवाद पर पहली प्रतिक्रिया दी है। फिल्म को लेकर दक्षिणपंथी समूहों द्वारा विरोध के बीच उन्होंने एक बयान जारी किया है। अभिनेता ने दर्शकों को "परेशानी" पहुंचाने के लिए माफी मांगी है।
अभिनेता द्वारा जारी किए गए बयान में लिखा है " मैं जानता हूं कि फिल्म 'Empuraan' जो कि लूसिफर की सीक्वल है के निर्माण में कुछ राजनीतिक और सामाजिक विषय डाले गए हैं उनसे मेरे कई प्रियजनों को कष्ट हुआ है। एक कलाकार के रूप में, यह सुनिश्चित करना मेरा कर्त्तव्य है कि मेरी कोई भी फिल्म किसी राजनैतिक आंदोलन, विचारधारा या धार्मिक संप्रदाय के प्रति शत्रुतापूर्ण न हो। इसलिए मैं और Empuraan की टीम मेरे प्रियजनों को हुई परेशानी के लिए ईमानदारी से खेद व्यक्त करते हैं और यह समझते हैं कि इसके लिए जिम्मेदारी हम सभी की है जिन्होंने फिल्म में काम किया है। हमने यह निर्णय लिया है कि फिल्म से ऐसे विषयों को हटाएंगे। "
इसमें आगे लिखा है "मैंने पिछले चार दशकों से अपना फिल्मी करियर आप लोगों में से एक बनकर जिया है। आपका प्यार और विश्वास ही मेरी एकमात्र ताकत है। मेरा मानना है कि मोहनलाल उसके आगे कुछ भी नहीं है।"
क्यों हो रहा है विवाद?
दरअसल, फिल्म की शुरुआत 2002 में हुए गुजरात दंगों के कुछ दृश्यों को दिखाते हुए होती है। फिल्म में दंगे के अपराधी को एक विलेन के रूप में दिखाया गया है। ऐसे में केरल के दक्षिणपंथी गुटों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस फिल्म को 'एंटी हिंदू' करार दिया है। विरोध कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि फिल्म प्रोपेगेंडा फैलाती है।
इसको लेकर सोशल मीडिया पर कई हिंदूवादी समूह की तरफ से भी आलोचना की गई है। इन समूहों ने फिल्म निर्माताओं पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रशंसकों को धोखा दिया है।
फिल्म को लेकर जारी विवाद के बीच हाल में केरल राज्य के लिए चुने गए भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं ने विवाद के बीच 17 कट पर सहमति दी थी।
इसके बाद फिर से सेंसरशिप प्रतिक्रिया लागू हुई। उन्होंने फिल्म की आलोचना करते हुए कहा "एक फिल्म को एक फिल्म के रूप में देखा जाना चाहिए। इसे इतिहास के रूप में नहीं देखा जा सकता है। कोई भी फिल्म जो सच्चाई को विकृत करके एक कहानी बनाने की कोशिश करती है, वह असफल होने के लिए बर्बाद हो जाती है।"
जहां भाजपा और दक्षिणपंथी समूह फिल्म की आलोचना कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस और वामपंथी दल फिल्म का समर्थन कर रहे हैं। केरल कांग्रेस की इकाई ने फिल्म का समर्थन करते हुए एक्स पर पोस्ट भी किया।
वहीं, हाल ही में केरल के सीएम पिनरई विजयन भी फिल्म की स्क्रीनिंग में शामिल हुए थे। इस दौरान हुई चर्चा में विजयन ने फिल्म की टीम का समर्थन करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी को हर कीमत पर संरक्षित करना चाहिए।
पिनाराई विजयन ने क्या कहा?
इस संदर्भ में सीएम द्वारा एक लंबा नोट भी साझा किया गया था जिसका कुछ हिस्सा इस प्रकार है, "एक लोकतांत्रिक समाज में एक नागरिक की अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा की जानी चाहिए। कलाकारों और कलाकृति को नष्ट करने और उन पर प्रतिबंध लगाने के हिंसक आह्वान फासीवादी दृष्टिकोण की नवीनतम अभिव्यक्तियां हैं। वे लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन हैं। फिल्म बनाने, उन्हें देखने, उनका आनंद लेने, उनका मूल्यांकन करने, सहमत होने और असहमत होने आदि के अधिकारों को नहीं खोना चाहिए। इसके लिए इस देश की एकजुट आवाज जो कि लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष मूल्यों में निहित है को उठाया जाना चाहिए।"
फिल्म निर्माता गोकुलम गोपालन ने क्या कहा?
फिल्म को लेकर दर्शकों की प्रतिक्रिया और कुछ समूहों के विरोध के बाद फिल्म निर्माता गोकुलम गोपालन ने निर्देशक से कट की बात कही है। एक इंटरव्यू में निर्माता ने कहा "मैंने पृथ्वीराज से कहा है कि अगर फिल्म में कोई भी बातचीत या दृश्य किसी को ठेस पहुंचाता है तो उसे बदल देने चाहिए. कुछ ऐसी बातों को पहले ही म्यूट किया गया है, लेकिन अभी भी कुछ चीजों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे है. मैंने उन्हें बदलाव के लिए कहा है क्योंकि हम किसी भी राजनीति में नहीं है।"
फिल्म सिनेमाघरों में 27 मार्च को रिलीज हुई थी। इसमें अभिनेता मोहनलाल के अलावा मंजू वारियर, सानिया इयप्पन और टोविनो थॉमस जैसे कलाकार शामिल हैं।
फिल्म का निर्देशन पृथ्वीराज सुकुमारन ने किया है। बीते तीन दिनों में फिल्म का कलेक्शन 46 करोड़ से अधिक का हो गया है। इसे मलयालय, कन्नड़, तेलुगु, तमिल और हिंदी भाषाओं में रिलीज किया गया है।