Homeसाइंस-टेकDeepSeek ने भारत-चीन कश्मीर, अक्साई चीन जैसे मुद्दों पर क्या जवाब दिया?

DeepSeek ने भारत-चीन कश्मीर, अक्साई चीन जैसे मुद्दों पर क्या जवाब दिया?

दिल्लीः चीन का डीपसीक (DeepSeek) ऐप इस समय पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि ऐसा लगता है कि इस ऐप पर भी चीन की सेंसरशिप लागू है। दरअसल, कई ऐसे विषय जो चीन की नजर में संवेदनशील या विवादित माने जाते हैं, उसे लेकर इस एआई ऐप पर कोई खास जानकारी नहीं मिल रही है।

कई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन विषयों पर चीन का यह ऐप या तो जवाब नहीं देता है या फिर विषय बदलने की बात करता है। उदाहरण के लिए कई यूजर ने जब इस ऐप से भारत-चीन युद्ध, अक्साई चीन, कश्मीर, चीन-ताइवान संबंधों और चीन-ताइवान संबंधों पर सवाल पूछे तो ऐप ने कोई जवाब नहीं दिया।

अरुणाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों पर क्या जवाब मिला?

एआई ऐप से अरुणाचल प्रदेश के बारे में यह पूछे जाने पर कि क्या यह भारत का हिस्सा है? इस पर फिर से वही जवाब मिलता है। लंबे समय से भारत और चीन के बीच अरुणाचल प्रदेश को लेकर विवाद रहा है। चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता रहा है।

इसके साथ ही वह लद्दाख के कुछ हिस्सों को भी अपनी सीमा बताता रहा है। इसी तरह अक्साई चिन के विषय में भी सवाल पूछे जाने पर डीपसीक का यही जवाब आता है।  

चीन के इस ऐप को लेकर दुनिया भर में चर्चा तेज है। लिआंग वेनफेंग ने इस ऐप को बनाया है। भले ही यह ऐप अमेरिका में अभी लांच किया गया हो लेकिन साल 2023 में ही यह बन गया था। 

दिग्गज टेक कंपनियां हैं चिंतित

यह एक एआई ऐप है जिसको लेकर मेटा, गूगल जैसी दिग्गज टेक कंपनियां तो चिंतित हैं ही इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए बीते दिनों अमेरिकी कंपनियों को आगाह किया था।

ट्रंप ने कंपनियों से कहा था उन्हें जीतने की मंशा से काम करना चाहिए। ऐप बनाने वाली कंपनी का दावा है कि इसे बनाने में ओपेन एआई (OpenAI) जैसी कंपनियों से बहुत कम लागत लगी है। इसका असर अमेरिकी शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। 

चीनी एआई ऐप ओपेन एआई और जेमिनी (Gemini) की तरह ही काम करता है। एनडीटीवी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, जब 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बारे में पूछा गया तो इसका जवाब आता है सॉरी, यह हमारे स्कोप से बाहर है। किसी और विषय के बारे में पता करें। 

इसी तरह जब अक्साई चीन को लेकर भी सवाल पूछा गया तब भी इसका यही जवाब मिलता है। वहीं अन्य एआई ऐप जैसे ओपेन एआई और जेमिनी प्लेटफॉर्म पर इन सवालों के जवाब मिलते हैं।

यह भी पढ़ें- DeepSeek: चीन के इस AI ऐप की क्यों हो रही है पूरी दुनिया में चर्चा?

अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...

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