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नीरज खरे
प्रकाशन - ‘बीसवीं सदी के अंत में हिन्दी कहानी’, ‘कहानी का बदलता परिदृश्य’, ‘आलोचना के रंग’ और ‘उन्मुक्त रास्तों पर हिन्दी कहानी’। सम्पादन - ‘प्रेमचन्द और हमारा समय’, 'हिन्दी कहानी वाया आलोचना' ‘एक कौड़ी दिल से’ (स्वयं प्रकाश की प्रतिनिधि कहानियों का संकलन) और ‘मार्कण्डेय : चुनी हुई कहानियाँ’ पुरस्कार/सम्मान - 'मीरा स्मृति पुरस्कार', ‘स्पंदन आलोचना सम्मान’ और ‘मलयज स्मृति आलोचना सम्मान’। सम्प्रति : प्रोफ़ेसर, हिन्दी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी - 221 005