यूक्रेन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यूक्रेन-रूस युद्ध खत्म करने के लिए “कुछ इलाकों की अदला-बदली” के सुझाव को ठुकरा दिया है। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने साफ शब्दों में कहा है कि उनका देश किसी भी हालत में रूस को अपनी जमीन नहीं देगा। जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यूक्रेन को शामिल किए बिना लिया गया कोई भी फैसला बेकार है।
यह बयान उन्होंने तब दिया, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध खत्म करने के लिए "इलाकों की अदला-बदली" का सुझाव दिया था। जेलेंस्की ने इस सुझाव खारिज करते हुए कहा कि यूक्रेन कभी भी कब्जा करने वाले को अपनी जमीन नहीं देगा। हम रूस को उसके किए का कोई इनाम नहीं देंगे।
जेलेंस्की ने वास्तविक और स्थायी शांति की आवश्यकता पर जो देते हुए कहा कि लक्ष्य "हत्याओं पर विराम नहीं, बल्कि तत्काल एक वास्तविक और स्थायी शांति है।"
यह बयान उस समय आया जब यूक्रेन और यूरोप के शीर्ष अधिकारी, अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से इंग्लैंड के केंट शहर में मिले। इस बैठक में युद्ध खत्म करने के कूटनीतिक रास्तों पर चर्चा हुई। इस बैठक में यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, फ़िनलैंड और पोलैंड सहित प्रमुख यूरोपीय देशों के प्रतिनिधि शामिल थे।
जेलेंस्की ने बैठक को सकारात्मक बताया और उम्मीद जताई कि पश्चिमी देशों का समर्थन आगे भी मिलेगा। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि फरवरी से अब तक ट्रंप प्रशासन की हर युद्धविराम पहल को यूक्रेन ने समर्थन दिया है और आगे कहा, "मैंने किसी भी सहयोगी को युद्ध समाप्त करने की अमेरिका की क्षमता पर संदेह व्यक्त करते नहीं सुना है।"
ट्रंप-पुतिन की आगामी बैठक पर यूक्रेन ने क्या कहा?
जेलेंस्की ने ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में होने वाली प्रस्तावित बैठक की भी कड़ी आलोचना की। अलास्का शिखर बैठक 15 अगस्त को होगी। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, "यूक्रेन की भागीदारी के बिना लिया गया कोई भी फैसला बेकार है और कभी काम नहीं करेगा।"
जेलेंस्की ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- यूक्रेन शांति लाने वाले वास्तविक फैसलों के लिए पूरी तरह तैयार है। हालाँकि, हमारे खिलाफ या हमें शामिल किए बिना लिए गए कोई भी फैसले, असल में शांति के ही खिलाफ होंगे। उन्होंने आगे लिखा, ऐसे फैसले कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे। वे निष्प्रभावी और बेकार साबित होंगे। हम सभी को एक ऐसी वास्तविक और सच्ची शांति की जरूरत है, जिसका लोग सम्मान करें।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर इस मुलाकात की पुष्टि की और बताया कि यह अगले शुक्रवार अलास्का में होगी। रूसी एजेंसी ‘तास’ ने भी क्रेमलिन के एक अधिकारी के हवाले से इसकी पुष्टि की।
ट्रंप ने शनिवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि सुरक्षा कारणों से बैठक में देरी हुई। उन्होंने आगे कहा कि "दोनों देशों की बेहतरी के लिए कुछ क्षेत्रों की अदला-बदली" पर चर्चा की जाएगी, हालांकि उन्होंने प्रस्ताव की बारीकियों के बारे में विस्तार से नहीं बताया।
बता दें कि 2021 में जेनेवा में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और पुतिन की मुलाकात के बाद पहली बार होगा जब अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपति आमने-सामने बैठेंगे। ट्रंप और पुतिन की आखिरी मुलाकात 2019 में जापान में जी20 शिखर सम्मेलन में हुई थी।
फरवरी 2022 में रूस के पूर्ण पैमाने पर हमले के बाद से अब तक लाखों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं और दसियों हजार लोगों की मौत हो चुकी है। पुतिन ने युद्धविराम के लिए अमेरिका, यूरोप और कीव की अपीलों को ठुकरा दिया है और फिलहाल जेलेंस्की से सीधी मुलाकात से भी इनकार कर रहे हैं।