वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की एक बहस के दौरान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप को प्रोजेक्ट 2025 नामक एक विवादास्पद योजना से जोड़ा है और कहा है कि वे इस एजेंडा को प्लान कर रहे हैं।
उधर पूर्व राष्ट्रपति ने खुद को इस प्रोजेक्ट से अलग किया है और कहा है कि उनका इससे कुछ लेना देना नहीं है। हैरिस ने ट्रंप की आलोचना करते हुए दावा किया है कि वे वही पुरानी रणनीति और झूठ पर काम कर रहे हैं जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी चुनाव जीतने के बाद ट्रंप द्वारा प्रोजेक्ट 2025 को लागू करने की बात कही है। उन्होंने अमेरिकी जनता को चेतावनी देते हुए ट्रंप को वोट नहीं देने की अपील भी की है।
पहली बहस में क्या हुआ है
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एबीसी न्यूज की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई है।
इस बहस में हैरिस ने ट्रंप को प्रोजेक्ट 2025 से जोड़ते हुए दावा किया है कि वे अमेरिकी नागरिक के रोज मर्रा के जीवन को नियंत्रित करना चाहते हैं। हालांकि ट्रंप के अभियानों का इस प्रोजेक्ट से कोई लेना देना नहीं है।
क्या है प्रोजेक्ट 2025
प्रोजेक्ट 2025 920 पन्नों की एक रिपोर्ट है जिसे कंजर्वेटिव हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा विकसित किया गया है। यह कंजर्वेटिव प्रस्तावों का एक सेट है जिसे लेकर रिपब्लिकन पार्टी के आलोचका का दावा है कि अगर ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव जीत जाते हैं तो वे इसे अमेरिका में लागू कर देंगे।
दावा है कि इस रिपोर्ट को तैयार करने में उनके लोगों का योगदान है जो ट्रंप के प्रशासन के पहले हिस्सा थे। यह रिपोर्ट अप्रैल 2023 में जारी की गई थी।
Trump: “I have nothing to do with Project 2025”
FACT CHECK: This is a lie. At least 140 Project 2025 authors are Trump aides and advisors. pic.twitter.com/vzSVaW9nAN
— Kamala HQ (@KamalaHQ) September 11, 2024
प्रोजेक्ट के किन बातों को लेकर हो रहा है विवाद
दावा है कि ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद प्रोजेक्ट 2025 को लागू किया जाएगा और इसके तहत अमेरिकी शिक्षा और होमलैंड सुरक्षा विभाग को बंद कर दिया जाएगा। यही नहीं प्रोजेक्ट में पोर्नोग्राफी को अपराध घोषित करने और मेल द्वारा गर्भपात की गोलियां भेजने वाले किसी भी व्यक्ति पर मुकदमा चलाने की वकालत की गई है।
गर्भपात पर रिपोर्ट करने के लिए अमेरिकी निवासियों को मजबूर करने की भी प्रोजेक्ट में बात कही गई है। दावा यह भी है कि इस प्रोजेक्ट को ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपित चुने जाने के 180 दिन के उनके कार्यकाल पर फोकस किया गया है।
प्रोजेक्ट को लेकर यह भी दावा है कि इसे लागू करने पर राष्ट्रपति की ताकत और भी बढ़ जाएगी। इसके साथ रिपोर्ट में 50 हजार से अधिक संघीय कर्मचारियों को निकाल दिए जाने और उनकी जगह ट्रंप समर्थकों को नियुक्त किए जाने का भी दावा किया गया है।
ट्रंप को लेकर अमेरिकी न्याय विभाग और एफबीआई की स्वतंत्रता को भी खत्म करने के भी दावे किए गए हैं।
आरोपों पर ट्रंप ने क्या कहा है
प्रोजेक्ट को लेकर ट्रंप पर लगाए गए सभी आरोपों को उन्होंने खारिज किया है। पूर्व राष्ट्रपति ने इसके कुछ विचारों को “अतिवादी” और “हास्यास्पद” बताते हुए इस प्रोजेक्ट से खुद को दूर कर लिया है। उन्होंने कहा कि उनका प्रोजेक्ट 2025 से कोई संबंध नहीं है और उन्होंने इसके दस्तावेजों को पढ़ा तक नहीं है।