लंदन: ब्रिटेन के चुनावी नतीजों ने साफ कर दिया है कि लेबर पार्टी की 14 साल बाद सत्ता में वापसी होने जा रही है। इसके साथ ही किएर स्टार्मर का ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री भी बनन लगभग तय है। मौजूदा चुनाव में ऋषि सुनक के नेतृत्व में कंजर्वेटिव पार्टी की करारी हार हुई है। सुनक हालांकि अपना चुनाव जीतने में जरूर सफल हो गए। ब्रिटेन में 650 संसदीय सीटों में से बहुमत के लिए 326 का आंकड़ा जरूरी है। समाचार लिखे जाने तक लेबर पार्टी इसमें से 410 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है।
किएर स्टार्मर होंगे ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री
उत्तरी लंदन में होलबोर्न एंड सेंट पैनक्रास सीट पर जीत हासिल करने के बाद 61 साल के स्टार्मर ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘बदलाव अब शुरू होगा क्योंकि यह आपका लोकतंत्र है, आपकी कम्यूनिटी है और आपका भविष्य है। आपने हमें वोट किया और अब हमारा समय है कि हम आपके लिए उम्मीद के मुताबिक काम करें।’
The work of change begins today. pic.twitter.com/DfP1UG1Upr
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) July 5, 2024
स्टार्मर ने पूर्व के भाषणों में भी दावा किया है कि उन्होंने लेबर पार्टी में बदलाव के लिए काफी मेहनत की। चुनाव से ठीक पहले भी उन्होंने कहा था,‘मैं लोगों के लिए लड़ूंगा। और मैं अपने महान देश में आशा और गौरव को बहाल करने के लिए लड़ूंगा।’
किएर स्टार्मर कौन हैं?
कीएर स्टार्मर का जन्म 1962 में लंदन में हुआ था। वे सरे (Surrey) के ऑक्सटेड शहर में पले-बढ़े। स्टार्मर के पिता एक टूलमेकर थे और उनकी मां बतौर नर्स काम करती थीं। छात्र जीवन से ही राजनीति में उनकी रूचि रही है। वे 16 साल की उम्र में लेबर पार्टी यंग सोशलिस्ट्स से जुड़ गए थे। स्टार्मर के पास लीड्स विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक की डिग्री है। उनके पास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से सिविल कानून में स्नातकोत्तर की डिग्री भी है।
राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय होने पहले स्टार्मर मानवाधिकार बैरिस्टर के रूप में एक सफल करियर देख चुके हैं। वे उत्तरी आयरलैंड पुलिसिंग बोर्ड में मानवाधिकार सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं। साल 2002 में उन्हें ब्रिटेन की महारानी के काउंसल में नियुक्त किया गया। वे अपने काम के सिलसिले में अफ्रीका और कैरिबिया में भी समय व्यतीत कर चुके हैं।
किएर स्टार्मर 2015 में बने पहली बार सांसद
साल 2015 में स्टार्मर हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए बतौर सांसद होलबोर्न और सेंट पैनक्रास सीट से चुने गए। यह लेबर पार्टी के लिए बेहद सुरक्षित सीट भी मानी जाती है। साल 2019 के चुनाव में लेबर पार्टी की हार के बाद स्टार्मर ने 2020 में पार्टी के नेता का चुनाव लड़ा और जीत हासिल करने में कामयाब रहे।
शाकाहार भोजन के समर्थक रहे हैं स्टार्मर!
स्टार्मर ने लेबर पार्टी का नेता बनने के बाद खुद को वामपंथ की बजाय मध्यमार्गी और व्यावहारिक नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश की है। स्टार्मर शाकाहार भोजन के भी समर्थक माने जाते रहे हैं। साल 2020 में स्टार्मर ने कहा था, मांस खाना शरीर और हमारे ग्रह के लिए सही नहीं है।’ हालांकि वे खुद मानते भी हैं कि मांसाहार पूरी तरह छोड़ना मुश्किल है। पिछले साल उन्होंने अपने भोजन में सीफूड को फिर से शामिल कर लिया था और माना था कि मांसाहार पूरी तरह छोड़ना मुश्किल है।