गाजा में इजराइल के हमले का असर स्वीडन में भी दिखने लगा है। यहां हजारों की संख्या में फिलिस्तीनी समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं। स्वीडन में ‘यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट 2024’ का आयोजन हो रहा है। लेकिन इस आयोजन का स्वीडन मेंं फिलिस्तीनी समर्थक जमकर विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने गाजा में संघर्ष विराम का आह्वान किया है। स्वीडिश शहर माल्मो में गुरुवार फलस्तीनी झंडे और तख्ती के साथ हजारों प्रदर्शनकारियों ने प्रतियोगिता में इजराइल के हिस्सा लेने का विरोध किया।
गाजा युद्ध को लेकर मेजबान देश स्वीडन में मार्च कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को चुनौती देते हुए इजराइल ने इस सप्ताहांत ‘यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट’ के ग्रैंड फिनाले के लिए क्वालीफाई कर लिया। गायिका ईडन गोलन ने गुरुवार के दूसरे सेमीफाइनल में मेजबान शहर के माल्मो एरेना में 9,000 दर्शकों के सामने अपना गीत “Hurricane” प्रस्तुत किया और दर्शकों के वोटों की बदौलत फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
प्रतियोगिता में इजराइल की भागीदारी का विरोध
इजराइल की भागीदारी के बाद प्रतियोगिता का फिलिस्तीनी समर्थक जमकर विरोध कर रहे हैं। ना सिर्फ स्वीडन बल्किन संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप के कई शहरों में भी विरोध जताने के लिए सड़कों पर उतर आए। ईडन गोलन के फाइनल में जगह पक्की करने के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि वह उन विरोधों को सहन करके पहले ही जीत चुकी हैं।
माल्मो में यूरोविजन स्थल से कई मील दूर गुरुवार फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए हजारों प्रदर्शनकारी यहां के ऐतिहासिक स्टॉर्टॉर्जेट स्क्वायर में जमा हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान “इसराइल एक आतंकवादी स्टेट है” का नारा लगाया। उन्होंने इजराइल की आलोचना करते हुए हमास के साथ युद्ध में संघर्ष विराम का आह्वान किया। प्रदर्शन को देखते हुए स्वीडन ने माल्मो में सुरक्षा कड़ी कर दी है। साथ ही पैदल, वैन और घोड़े पर गश्त करने वाले अधिकारियों की अत्यधिक तैनाती कर दी है।
विरोध के बीच यूरोविजन का रुख?
इस बीच, यूरोविजन ने इजराइल को बाहर करने के फिलिस्तीनी समर्थकों के आह्वान का विरोध किया है। हालांकि उसने इजराइल से उसके गीत (October Rain) को संशोधिक करने को कहा है जो हमास के विरोध को संदर्भित करता है। लेकिन आलोचकों ने इजराइल को प्रतियोगिता से बाहर करने पर अड़े हुए हैं। अल जजीरा के मुताबिक, उनका कहना है कि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद 2022 में रूस को निष्कासित कर दिया गया था। वहीं पिछले वर्ष प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के बाद बेलारूस को बाहर कर दिया गया था।
सीबीएस न्यूज से बात करते हुए एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि “यहां रहना महत्वपूर्ण है। स्वीडन के लिए इस यूरोविजन की व्यवस्था करना और इजराइल को प्रतियोगिता में शामिल करना ठीक नहीं है।” अमर नाम के एक फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारी ने रॉयटर्स को बताया, “मैं आज यहां हूं क्योंकि मैं दुनिया भर में पाखंड और दोहरे मानकों को देखता हूं। अभी गाजा में जो हो रहा है हम उसके खिलाफ हैं। लेकिन मैं यह भी चाहता हूं कि लोग समझें कि हम यहूदियों से नफरत नहीं करते।
अब तक 34,900 से अधिक लोग मारे गए
फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, गाजा में इजराइल के युद्ध के बीच संघर्ष विराम की मांग बढ़ गई है। अब तक इस युद्ध में 34,900 से अधिक लोग मारे गए हैं। जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। फिलिस्तीनी समूह हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला किया था। तब से इजराइल हमास को खत्म करने के ऑपरेशन में लगा हुआ है। इजराइली आंकड़ों के हवाले से अल जजीरा टैली ने लिखा है कि इजराइली हमले में कम से कम 1,139 लोग मारे जा चुके हैं जिनमें ज्यादातर फिलिस्तीनी नागरिक थे।
क्या है ‘यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट’ ?
यूरोविजन एक संगीत प्रतियोगिता है जिसकी शुरुआत साल 1956 में हुई थी। इसमें यूरोप के अलाव कई गैर यूरोपिय देशों के प्रतिनिधि कलाकार हिस्सा लेते हैं। इसे पॉप म्यूजिक के ओलंपिक के तौर पर समझ सकते हैं। इस प्रतियोगिता को यूरोपीय ब्रॉडकास्टिंग यूनियन (ईबीयू) द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है। यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट के सेमीफाइनल के विजेताओं का निर्णय लोगों के वोट द्वारा जाता है। लेकिन फाइनल के विजेता का निर्णय जनता के वोटों और राष्ट्रीय जूरी के वोटों के आधार पर किया जाता है। गौरतलब है कि इजराइल ने साल 1973 में पहली बार यूरोविजन में हिस्सा लिया था। वह चार बार इसका विजेता रह चुका है।