Moscow : Russia President Vladimir Putin delivers a speech during a meeting with his authorised representatives for the presidential election campaign in the St Andrew Hall of the Grand Kremlin Palace, in Moscow on Wednesday, March 20, 2024. (Photo: IANS/Kremlin)
मॉस्कोः यूक्रेन के साथ जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुलिन ने एक चौंकाने वाली घोषणा की है। 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति चुने जाने बाद पुतिन ने अपने सहयोगी शर्गेई शोइगु को रक्षा मंत्री के पद से हटा दिया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के मुताबिक, शोइगु की जगह उप प्रधानमंत्री आंद्रेई बेलौसोव को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। बलौसोव की पहचान एक अर्थशास्त्र के तौर पर होती है।
शोइगु को अब रूस की सुरक्षा परिषद का प्रमुख नियुक्त किया जाएगा। वे 2012 से रूस के रक्षा मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे थे। द गार्जियन के मुताबिक, पांचवीं बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बात पुतिन ने प्रस्ताव दिया था कि शोइगु रूस की शक्तिशाली सुरक्षा परिषद के प्रमुख के रूप में पद ग्रहण करें। वर्तमान में इसका नेतृत्व पुतिन के सबसे करीबी सलाहकारों में से एक निकोलाई पेत्रुशेव के पास है।
शर्गेई शोइगु 2012 में रक्षा मंत्रालय का नेतृत्व संभाला था
रूस के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मंत्री शोइगु ने आपातकालीन सेवा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के बाद 2012 में रक्षा मंत्रालय का नेतृत्व संभाला था। बिना किसी सैन्य अनुभव के पुतिन ने उन्हें रक्षा मंत्रालय का जिम्मा सौंपा था। यूक्रेन के साथ चल रही जंग में वे रूसी सेना का नेतृत्व कर रहे हैं। पेशे से सिविल इंजीनियर शोइगु 1990 में आपातकालीन और आपदा राहत मंत्रालय का प्रमुख भी रह चुके हैं।
शोइगु को रूस की सेना को आधुनिक बनाने का काम सौंपा गया था
रक्षा मंत्री के रूप में शोइगु को रूस की सेना को आधुनिक बनाने का काम सौंपा गया था और माना जाता था कि उनकी पुतिन तक सीधी पहुंच थी। हर यात्रा में शोइगु पुतिन के साथ रहा करते थे। 2014 में क्रीमिया पर अवैध कब्जे के बाद रूस में शोइगू की लोकप्रियता बढ़ गई। इसका श्रेय उन्हें दिया जाता है। हालांकि 2022 में यूक्रेन के साथ जंग में रूसी सैन्य असफलताओं को लेकर उनकी आलोचनाएं भी हुईं। इसके साथ ही शोइगु की स्थिति पिछले महीने कमजोर होती दिखाई दी जब सुरक्षा सेवाओं ने उनके विश्वासपात्र उप रक्षा मंत्री तिमुर इवानोव को गिरफ्तार कर लिया और उन पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
आंद्रेई बेलौसोव को क्यों दी गई रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी?
रूस ने पिछले दो वर्षों में औद्योगिक सैन्य उत्पादन में बड़े पैमाने पर वृद्धि की है, जिसमें कुल रक्षा खर्च उसके सकल घरेलू उत्पाद का अनुमानित 7.5% तक बढ़ गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्लादिमीर पुतिन ने रक्षा बजट का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं। यूक्रेन में जीत के लिए अधिक नवाचार के उपयोग के जरिए रूस को आर्थिक युद्ध के लिए तैयार करने की कोशिश में जुटे हैं। यही वजह है कि उन्होंने एक नागरिक अर्थशास्त्री को अपने नए रक्षा मंत्री के रूप में चुना है।
कौन हैं रूस के नए रक्षामंत्री आंद्रेई रेमोविच बेलौसोव?
रूसी मीडिया आउटलेट आरबीसी के मुताबिक, 65 वर्षीय आंद्रेई बेलौसोव राष्ट्रपति पुतिन के करीबी हैं। उन्होंने 1981 में मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है। साल 2000 में बेलौसोव को रूसी प्रधानमंत्री का गैर-कर्मचारी सलाहकार नियुक्त किया गया। इसके छह साल बाद उन्होंने अर्थव्यवस्था मंत्रालय में उपमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। वहीं पुतिन के प्रधानमंत्री रहते बेलौसोव 2008-2012 तक सरकारी तंत्र में अर्थशास्त्र और वित्त विभाग के निदेशक भी रहे।
2012 में ही उन्हें अर्थशास्त्र मंत्री बना दिया गया। 2013 से 2020 तक, बेलौसोव ने रूसी राष्ट्रपति के सलाहकार के रूप में कार्य किया। और 2020 से, उन्होंने पहले उप प्रधानमंत्री के रूप में काम किया। जब 2020 में प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन को कोरोना हुआ, तो बेलौसोव ने कुछ समय के लिए प्रधान मंत्री का कार्यभार भी संभाला।
रूसी मीडिया आउटलेट आरबीसी के मुताबिक, 2017 में बेलौसोव उन रूसीअधिकारियों में से एक थे जिन्होंने पुतिन को आश्वस्त किया कि डिजिटल अर्थव्यवस्था और ब्लॉकचेन भविष्य के लिए महत्वपूर्ण थे। आरबीसी के अनुसार, उन्होंने अपनी युवावस्था में सैम्बो और कराटे का अभ्यास किया और सशस्त्र बलों में सेवा नहीं की। उन्हें पुतिन का करीबी माना जाता है।