मॉस्को: अजरबैजान में हुए विमान हादसे को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से माफी मांगी है। क्रेमलिन ने बताया कि रूसी हवाई क्षेत्र में हुए विमान हादसे पर व्लादिमीर पुतिन ने दुख जताया है और इस संबंध में उन्होंने अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से फोन पर बातचीत की है।
पुतिन ने इसे ‘दुखद घटना’ बताते हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों की जल्द ठीक होने की कामना की। बुधवार, 25 दिसंबर को विमान संख्या J2-8243 कजाकिस्तान के अक्ताउ शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
यह हादसा उस वक्त हुआ था जब विमान को दक्षिणी रूस से डायवर्ट किया गया था। हादसे में कम से कम 38 लोग मारे गए थे और 29 लोग बच गए थे। घटना के समय रूसी क्षेत्र में यूक्रेन द्वारा ड्रोन हमले किए जा रहे थे, जिन्हें रूसी एयर डिफेंस सिस्टम निष्क्रिय करने की कोशिश कर रहा था। इसी कारण विमान की दिशा बदली गई थी।
अजरबैजान विमान हादसे पर रूस ने क्या कहा
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अजरबैजान विमान हादसे को लेकर रूस ने एक बयान जारी किया है। बयान में क्रेमलिन ने कहा, “(राष्ट्रपति) व्लादिमीर पुतिन ने रूस के एयर स्पेस में हुई दुखद घटना के लिए माफी मांगी और एक बार फिर पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी और गंभीर संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।”
क्रेमलिन ने आगे कहा कि यूक्रेनी ड्रोन हमलों को रोकने के लिए ग्रोज़नी के पास एयर डिफेंस सिस्टम को तैनात किया गया था। इसमें आगे कहा गया, “उस समय, ग्रोजनी, मोज़दोक और व्लादिकाव्काज़ पर यूक्रेन के यूएवी की ओर से हमला किया जा रहा था और रूस का एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को विफल कर दिया।”
अजरबैजान की शुरुआती जांच में क्या पता चला है
अजरबैजान की शुरुआती जांच में यह कहा गया कि विमान पर बाहरी हस्तक्षेप हुआ था, जिससे वह अनियंत्रित होकर कजाकिस्तान की ओर मुड़ गया। जांच में विमान के पंखों पर गोलियों के निशान भी मिले हैं, जो इसे निशाना बनाए जाने का संकेत देते हैं।
कुछ रिपोर्टों में इस हादसे के लिए खराब मौसम को जिम्मेदार ठहराया गया है। वहीं, रूस ने पहले दावा किया था कि यह घटना विमान के किसी पक्षी से टकराने की वजह से हुई होगी। हालांकि, अजरबैजान और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं।
कई रिपोर्टों में यह दावा किया गया है कि विमान के पिछले हिस्से में पाए गए छिद्र एयर डिफेंस सिस्टम की गतिविधियों का संकेत देते हैं।