ढाका: राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहे बांग्लादेश से हिंसा की खबरें आई हैं। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार इसमें कम से कम चार लोगों की मौत हुई है। बांग्लादेश के दक्षिणी शहर गोपालगंज में युवाओं के नेतृत्व वाली नई नेशनल सिटिजन पार्टी की एक रैली में बुधवार को हिंसा भड़क उठी। कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है। यह रैली शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के करीब एक साल होने पर निकाली जा रही थी। इसी दौरान शेख हसीना के समर्थकों से इनकी भिड़ंत हुई।

पिछले साल छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े विरोध प्रदर्शनों के कारण लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को अगस्त में भारत भागना पड़ा था। इसके बाद से मोहम्मद यूसुफ अंतरिम सरकार के सलाहकार के तौर पर कामकाज संभाल रहे हैं। देश को चुनाव का इंतजार है और कई सुधार के वादे भी किए गए थे, जिसे पूरा नहीं किया जा सका है। इस वजह से एक बार फिर बांग्लादेश में राजनीतिक विभाजन और व्यापक प्रदर्शन नजर आने लगे हैं।

ताजा हिंसा पर क्या बोले मोहम्मद यूनुस

अंतरिम प्रमुख का पदभार संभाल रहे नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बुधवार को एक शांतिपूर्ण रैली के दौरान एनसीपी के सदस्यों, पुलिस और मीडिया पर हमला किया गया। साथ ही कारों में तोड़फोड़ की गई और लोगों पर हमला किया गया। 

उन्होंने कहा, 'युवा नागरिकों को उनके क्रांतिकारी आंदोलन की एक साल की सालगिरह मनाने के लिए शांतिपूर्ण रैली निकालने से रोकना उनके मौलिक अधिकारों का शर्मनाक उल्लंघन है।' उन्होंने बुधवार की हिंसा के लिए हसीना की राजनीतिक पार्टी अवामी लीग और उसके छात्र समूह को जिम्मेदार ठहराया।

हिंसा से प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया

बीबीसी न्यूज बांग्ला ने बताया कि चार लोग मारे गए, जबकि स्थानीय दैनिक प्रोथोम अलो ने कहा कि नौ लोग घायल हुए हैं। वहीं, समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों ने तत्काल उन्हें कोई जानकारी अनुरोध के बावजूद नहीं दी है। इस बीच अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है। अवामी लीग ने फेसबुक पर कहा कि उसके एक सदस्य की सेना की गोलीबारी में मौत हो गई।

बांग्लादेश का गोपालगंज जिला शेख हसीना का गढ़ माना जाता है। यहां उनका पैतृक घर है। ऐसे में आवामी लीग की भी यहां पकड़ बेहद मजबूत रही है। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सरकारी अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी जिबितेश बिस्वास ने पत्रकारों को बताया कि कम से कम तीन लोगों के शव लाए गए हैं। देश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार डेली स्टार ने बताया कि घटना में चार लोगों की मौत हुई है।