प्रतीकात्मक तस्वीर Photograph: (AI image)
नई दिल्ली: वानुआतु...ये नाम जिसके बारे में ज्यादातर भारतीय नहीं जानते होंगे, अब वह आचानक चर्चा में है। इसकी वजह ललित मोदी हैं, जिन्होंने इसकी नागरिकता ली है। इंटरनेट पर लगातार इस देश के बारे में खोजा जा रहा है। ललित मोदी फिलहाल भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा आईपीएल के शीर्ष बॉस के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान करोड़ों रुपये के गबन में शामिल होने के आरोपों के सिलसिले में वांछित हैं।
ललित मोदी पर वित्तीय अनियमितताओं सहित मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। वे 2010 में भारत छोड़कर लंदन भाग गए थे। इसके बाद भारतीय एजेंसियां उन्हें भारत लाने की कवायद में जुटी हैं। माना जा रहा है कि वानुआतु की नागरिकता मिलने के बाद भारत सरकार की अब ललित मोदी को वापस लाने में मुश्किलें और बढ़ेंगी।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को पुष्टि की थी कि ललित मोदी ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट जमा करने के लिए आवेदन किया है। बहरहाल, सवाल है कि वानुआतु कैसा देश है और कहा हैं? इसके बारे में कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं।
वानुआतु के बारे में कुछ दिलचस्प बातें
83 ज्वालामुखी द्वीपों से बना: वानुआतु 83 छोटे ज्वालामुखी द्वीप समूह से मिलकर बना देश है। इसमें से केवल 65 पर ही लोग रहते हैं। यह ऑस्ट्रेलिया के पूर्व और न्यूज़ीलैंड के उत्तर में स्थित है। इसके सबसे उत्तरी और दक्षिणी द्वीप 1,300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं, जो एक तरह से दिल्ली और कोलकाता के बीच की सीधी दूरी के बराबर है। देश का कुल भूमि क्षेत्र 12,199 वर्ग किलोमीटर है, जो अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (8,249 वर्ग किलोमीटर) से लगभग डेढ़ गुना है। वानुअतु के केवल 14 द्वीपों का क्षेत्रफल 100 वर्ग किलोमीटर से अधिक है। सबसे बड़ा, एस्पिरिटु सैंटो, 3,955 वर्ग किलोमीटर या वानुअतु के भूमि क्षेत्र का लगभग 32% क्षेत्र समेटे हुए है।
देश की राजधानी पोर्ट विला, इफेट द्वीप पर स्थित है जो वानुअतु का तीसरा सबसे बड़ा द्वीप है। इसका क्षेत्रफल लगभग 900 वर्ग किलोमीटर है। पोर्ट विला वानुअतु का सबसे बड़ा शहर भी है, जिसकी जनसंख्या 2020 की जनगणना के अनुसार 49,034 है। यह ऑस्ट्रेलिया के केर्न्स से 2,394 किमी पूर्व में स्थित है।
नोएडा की आधी जनसंख्या से भी कम आबादी: साल 2020 की जनगणना के अनुसार वानुअतु की जनसंख्या 300,019 थी। यह 2011 में नोएडा (637,272) की आधी से भी कम जनसंख्या है। 2009 और 2020 के बीच यहां औसत वार्षिक जनसंख्या वृद्धि 2.3% थी। 2020 में जनसंख्या घनत्व 24 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी था, जो 2011 में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (46) के अनुमानित जनसंख्या घनत्व का लगभग आधा है। बिस्लामा (Bislama) यहां की राष्ट्रीय भाषा है, जबकि फ्रेंच और अंग्रेजी आधिकारिक भाषाएँ हैं।
कई सक्रिय ज्वालामुखी: वानुअतु में कई सक्रिय ज्वालामुखी हैं, जिनमें पानी के नीचे स्थित ज्वालामुखी भी शामिल हैं। यहां ज्वालामुखी से जुड़ी घटनाएं आम है, और यह द्वीप के निवासियों के लिए हमेशा खतरा बना रहा है। पिछले 10,000 वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े ज्वालामुखी विस्फोटों में से एक लगभग 1,450 ई. में वानुअतु में ही हुआ था, जो इफेट द्वीप से लगभग 100 किमी उत्तर में है। इसे टॉम्बुक विस्फोट के रूप में जाना जाता है। इसने कुवे द्वीप को नष्ट कर दिया था और दो छोटे द्वीपों - एपी और टोंगोआ का निर्माण कर दिया। इसके अलावा तन्ना (Tanna) के दक्षिणी द्वीप पर यासुर दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। यह पिछले 800 वर्षों से लगातार फट रहा है, जिससे आकाश में राख और धुएं के गुबार उठते रहते हैं। समय-समय पर इसकी ढलान से लावा भी निकलता है।
नागरिकता बेचने से आता है 30% राजस्व: देश की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, वानुअतु की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से लघु-स्तरीय कृषि पर आधारित है, जो 65% आबादी की जीविका का साधन है। अन्य आर्थिक गतिविधियों में मछली पकड़ना शामिल है। यहां द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान डूबे अमेरिकी महासागर लाइनर 'एसएस प्रेसिडेंट कूलिज' का मलबा दुनिया भर से गोताखोरों को आकर्षित करता है। वानुअतु अपनी नागरिकता बेचने के लिए भी जाना जाता है। यह 135,500 डॉलर से 155,500 डॉलर (1.18 करोड़ रुपये से 1.35 करोड़ रुपये) के बीच अपनी नागरिकता बेचता है। साथ ही इस देश को टैक्स हेवन के तौर पर भी जाना जाता है। बीबीसी ने 2019 में अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि ऑफसोर वित्तीय सेवाएं और नागरिकता की बिक्री वानुअतु के कुल राजस्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा (लगभग 30 प्रतिशत) है।
नहीं लगता कोई टैक्स: वानुअतु अपने नागरिकों पर कोई व्यक्तिगत कर नहीं लगाता है। इसका मतलब यह है कि आप जो भी कमाते हैं, चाहे वह स्थानीय हो या अंतरराष्ट्रीय, वानुअतु सरकार द्वारा लगाए जाने वाले कर से पूरी तरह मुक्त है। देश में न तो 'विरासत कर' है और न ही कॉर्पोरेट कर यहां लगता है। इसका मतलब यह है कि अगर किसी व्यक्ति का व्यवसाय वानुअतु में पंजीकृत है, लेकिन देश के बाहर से आय अर्जित करता है, तो उसे उन आय पर कॉर्पोरेट कर नहीं देना होगा। अन्य कर छूटों की बात करें तो किसी तरह का विथहोल्डिंग टैक्स, कोई गिफ्ट टैक्स और कोई संपत्ति कर भी नहीं लगाया जाता है।