वाशिंगटनः अमेरिका में रहने वाले विदेशी छात्र इन दिनों काफी परेशानी से गुजर रहे हैं। अभी बड़े पैमाने पर छात्रों के निर्वासन के बाद अमेरिका ने विदेशी छात्रों के लिए नई चेतावनी जारी की है। अमेरिका की इस नई चेतावनी के चलते अब विदेशी छात्र यदि क्लास बंक करते हैं या फिर कोर्स को बीच में छोड़ते हैं तो उनका वीजा रद्द किया जा सकता है।
इस आधिकारिक बयान के मुताबिक, "यदि आप ड्रॉप आउट करते हैं, कक्षाएं छोड़ते हैं या स्कूल को सूचना दिए बगैर पढ़ाई कार्यक्रम छोड़ते हैं तो आप छात्र वीजा रद्द किया जा सकता है और आप भविष्य में अमेरिकी वीजा पाने की योग्यता भी खो सकते हैं। हमेशा अपने वीजा की शर्तों को मानें और अपना छात्र वीजा बरकरार रखें।"
विदेशी छात्रों को निर्वासित करने की चेतावनी
इससे पहले हाल के दिनों में अमेरिकी सरकार ने विदेशी छात्रों को बाहर करने की चेतावनी दी थी।
इसी महीने अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (कस्टम इंफोर्समेंट) ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि जो छात्र वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण (OPT) कर रहे हैं उन्हें इसके शुरू होने के 90 दिनों के भीतर अपने रोजगार की जानकारी देनी होगी। अगर वे ऐसा करने में असफल रहते हैं तो SEVIS में उनकी कानूनी स्थिति रद्द कर दी जाएगी।
दरअसल, SEVIS एक अमेरिकी सरकार का डेटाबेस है जो अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए (F-1 और M-1) वीजा धारकों और एक्सचेंज विजिटर (J-1) वीजा धारकों की जानकारी रखता है। वहीं, OPT एक अस्थायी रोजगार की तरह है जो अमेरिका में पढ़ाई करने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को कुछ समय के लिए दिया जाता है ताकि उन्हें व्यावहारिक शिक्षा मिल सके।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को निर्वासित करने के आदेश के बीच अमेरिका के कुछ कॉलेजों नें भी अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को अमेरिका से बाहर यात्रा न करने की चेतावनी देते हुए कहा था कि इससे उनका वीजा रद्द किया जा सकता है।
अमेरिकी दूतावास ने जारी की थी चेतावनी
नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने इस महीने की शुरुआत में भारतीय प्रवासियों के लिए चेतावनी जारी की थी और उन्हें निर्वासित करने की चेतावनी दी थी।
यह चेतावनी एच-1 बी वीजा धारकों, छात्र वीजा धारकों और पर्यटक वीजा धारकों के लिए जारी की गई थी। डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में वापसी के बाद से अलग-अलग देशों के नागरिकों को वापस उनके देश भेजा जो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे थे।
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 682 भारतीय नागरिकों को अमेरिका की तरफ से वापस भेजा गया है जो वहां अवैध रूप से रह रहे थे।