Photograph: (IANS)
वाशिंगटनः अमेरिका ने उन भारतीय ट्रैवल एजेंसियों के मालिकों, कार्यकारी अधिकारियों और वरिष्ठ कर्मचारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है, जो कथित तौर पर अवैध आप्रवासन को बढ़ावा देने और मानव तस्करी में शामिल पाए गए हैं।
सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वह "मानव तस्करी" और अवैध आप्रवासन से जुड़े नेटवर्क को तोड़ने के लिए निर्णायक कदम उठा रहा है।
बयान में कहा गया, "मिशन इंडिया के कांसुलर अफेयर्स और डिप्लोमैटिक सिक्योरिटी सर्विस की टीमें हर दिन हमारी एंबेसी और वाणिज्य दूतावासों में यह पहचानने और कार्रवाई करने का प्रयास करती हैं कि कौन लोग अवैध आप्रवासन और मानव तस्करी में लिप्त हैं।"
वीजा प्रतिबंध के दायरे में कौन लोग?
इस वीजा प्रतिबंध के निशाने पर ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े वे लोग हैं जिन्होंने जानबूझकर अपने ग्राहकों को गैरकानूनी रूप से अमेरिका में प्रवेश दिलाने में मदद की है। यह कार्रवाई वॉशिंगटन की वैश्विक मानव तस्करी विरोधी रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत अमेरिकी आव्रजन कानूनों के उल्लंघनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
विदेश विभाग ने कहा, "हमारी आव्रजन नीति का उद्देश्य न केवल विदेशी नागरिकों को अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने के खतरों के बारे में जागरूक करना है, बल्कि उन व्यक्तियों को भी जवाबदेह ठहराना है जो हमारे कानूनों का उल्लंघन करते हैं।"
यह नीति वैश्विक स्तर पर लागू होती है और उन लोगों पर भी असर डाल सकती है जो सामान्यतः अमेरिका के वीजा वेवर प्रोग्राम के पात्र होते। विभाग ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी कानूनों का प्रवर्तन, देश के नागरिकों की सुरक्षा और क़ानून के शासन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
हालांकि, यह नहीं बताया गया कि नई नीति के तहत कितने व्यक्तियों या एजेंसियों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इस जानकारी को गोपनीयता के तहत सार्वजनिक नहीं किया गया है।