वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर जेलेंस्की के बीच ओवल हाउस में हुई तीखी नोक-झोंक के बाद अमेरिका प्रशासन यूक्रेने को दी जाने वाली सभी मदद को तत्काल रूप से रोकने की तैयारी कर रहा है। 

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका यूक्रेन को दी जा रही सभी सहायता -प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष - रोक सकता है। ट्रंप प्रशासन के एक प्रतिनिधि ने कहा कि यूक्रेन को दी जा रही अमेरिका की सभी सहायता – जिसमें जो बाइडेन प्रशासन के दौरान अधिकृत और वित्तपोषित हालिया गोला-बारूद और उपकरण आपूर्ति भी शामिल है – निकट भविष्य में रद्द की जा सकती है।

एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि इस अप्रत्यक्ष सहायता में सैन्य वित्तपोषण, खुफिया जानकारी साझा करना, यूक्रेनी सैनिकों और पायलटों का प्रशिक्षण, और जर्मनी में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर एक अंतरराष्ट्रीय सहायता समन्वय केंद्र की तैनाती जैसी सहायता शामिल है।

रिपोर्ट के अनुसार, कील संस्थान के आंकड़ों के मुताबिक, यूरोपीय देशों ने यूक्रेन के सैन्य अभियानों के लिए 138 अरब डॉलर आवंटित किए हैं, जबकि अमेरिका ने सैन्य और मानवीय सहायता के रूप में 119 अरब डॉलर की सहायता दी है।

यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप की बैठक को 50 दिन बीत चुके हैं, लेकिन तब से अब तक अमेरिका ने यूक्रेन के लिए कोई नया हथियार पैकेज घोषित नहीं किया है। पेंटागन ने आखिरी बार बैठक से पहले हथियारों का पैकेज देने की घोषणा की थी।

इससे पहले वॉशिंगटन पोस्ट ने ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में लिखा था कि अमेरिका यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता रोकने पर विचार कर सकता है। हालांकि, सीएनएन ने एक रिपोर्ट में कहा था कि इसकी संभावना कम ही है। 

जेलेंस्की और ट्रंप का विवाद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में शुक्रवार को हुई बैठक में तीखी बहस हुई, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया।

बैठक के दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की पर रूस के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार न होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यूक्रेनी राष्ट्रपति को शांति का समर्थन करना चाहिए। पुतिन युद्ध खत्म करना चाहते हैं।" वहीं, जेलेंस्की ने पलटवार करते हुए कहा कि वह यूक्रेन के रुख में बदलाव नहीं कर सकते और युद्धविराम तभी संभव है जब रूस हमला बंद करे। 

मुलाकात के दौरान ट्रंप और उप-राष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने जेलेंस्की को अमेरिकी समर्थन के लिए आभार जताने की नसीहत दी। इस पर जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने कई बार अमेरिका का धन्यवाद किया है। बैठक के बाद फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा कि बातचीत अच्छी नहीं रही, लेकिन उन्होंने कोई गलत बात नहीं कही। 

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि विवाद यूक्रेन के विनाश, लाखों लोगों की मौत और राष्ट्रपति को "तानाशाह" कहे जाने के दावे को लेकर हुआ था। विवाद के बाद, ट्रंप ने ओवल ऑफिस में अपने प्रमुख सलाहकारों की बैठक बुलाई, जिसके बाद जेलेंस्की ने तय समय से पहले व्हाइट हाउस छोड़ दिया।

यह बैठक ऐसे समय हुई जब यूक्रेन को सैन्य सहायता जारी रखने को लेकर अमेरिका में मतभेद गहराए हुए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को न्यायसंगत और स्थायी शांति की जरूरत है, लेकिन वह अचानक रूस के प्रति अपना रुख नहीं बदल सकता।

गौरतलब बात है कि वॉशिंगटन में यूक्रेन और अमेरिका के बीच खनिजों को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद थी, लेकिन दोनों राष्ट्रपतियों के बीच असफल वार्ता के कारण समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हो सके।