अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को मैक्सिको और यूरोपीय संघ (EU) से आयात पर 30 प्रतिशत टैरिफ (आयात शुल्क) लगाने का एलान किया है। ट्रंप ने कहा कि यह कदम 1 अगस्त की समयसीमा से पहले व्यापार समझौते की शर्तों को दोबारा तय करने के लिए उठाया गया है।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पत्र साझा करते हुए लिखा कि "यूरोपीय संघ को अमेरिका को पूरा और खुला बाजार पहुंच देना होगा। यदि वे ऐसा नहीं करते, तो आप जो भी प्रतिशत बढ़ाना चाहें, वह सीधे उस 30 प्रतिशत शुल्क में जोड़ दिया जाएगा जो हम वसूल कर रहे हैं।"
इस फैसले के बाद 27 देशों का ईयू समूह दबाव में आ गया है। जर्मनी ने इस पर त्वरित समझौते का आह्वान करते हुए अपने औद्योगिक हितों की रक्षा की मांग की है।
मैक्सिको को संबोधित पत्र में ट्रंप ने कहा, "मैक्सिको ने सीमा सुरक्षा में मेरी मदद की है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। मैक्सिको अब भी उन ड्रग कार्टेल्स को नहीं रोक पाया है, जो पूरे उत्तरी अमेरिका को एक नशीली तस्करी का अड्डा बनाना चाहते हैं। जाहिर है, मैं ऐसा नहीं होने दे सकता।"
ट्रंप ने इससे पहले सभी देशों से आग्रह किया था कि वे अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ताओं में "कड़ी मेहनत जारी रखें"। उन्होंने दोहराया कि "दोस्त और दुश्मन दोनों ने वर्षों तक अमेरिका का फायदा उठाया है। कई बार हमारे तथाकथित 'मित्र' हमारे दुश्मनों से भी ज्यादा नुकसानदेह साबित हुए हैं।"
ट्रंप ने यह टिप्पणी टेक्सास में बाढ़ग्रस्त इलाके के दौरे से पहले व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बात करते हुए की।
इससे पहले सोमवार को ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्योंग को एक पत्र भेजा, जिसमें कहा गया कि अमेरिका अब 25 प्रतिशत शुल्क दक्षिण कोरियाई उत्पादों पर 1 अगस्त से लागू करेगा। शुरुआत में यह टैरिफ बुधवार से लागू होने वाला था, लेकिन 90 दिनों की मोहलत के बाद इसे स्थगित किया गया था।
इस बीच, दक्षिण कोरिया, जापान और अन्य देशों ने अमेरिका के साथ समझौते तक पहुंचने की कोशिशें तेज कर दी हैं ताकि वे इन "पारस्परिक" टैरिफों के असर को टाल सकें या कम कर सकें।