जोरूसलम: संयुक्त राष्ट्र ने हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (PIJ) के आतंकियों की गाजा पट्टी में अपने स्कूलों में नियुक्ति कर रखी थी। यह दावा इजराइल द्वारा हमास से जुड़े और जब्त किए जा चुके दस्तावेजों के आधार पर किया गया है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने इन दस्तावेजों की समीक्षा भी की है।
पिछले एक दशक से भी अधिक समय से इजराइल नियर ईस्ट में फिलिस्तीनी शर्णार्थियों के लिए काम करने वाली संस्था यूएन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी फॉर पैरेस्टाइन रिफ्यूजी (UNRWA) पर नाराजगी जताती रही है। इजराइल कहता रहा है कि यूएन की ये संस्था अपने यहां आतंकियों की घुसपैठ को रोकने में विफल रही है। इजराइल पूर्व में यह भी कह चुका है कि हमास की ओर से उस पर 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले में UNRWA के कर्मचारी भी शामिल थे।
द न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा जिन दस्तावेजों की समीक्षा की गई है, उसमें पता चलता है कि कम से कम 24 हमास और पीआईजे आतंकवादी UNRWA के पेरोल पर काम कर रहे थे। इनमें इन संगठनों में कमांड पदों पर बैठे आतंकी भी शामिल हैं।
इजराइल लंबे समय से कहता रहा है कि हमास और अन्य फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों ने UNRWA में घुसपैठ कर ली है। इजराइल यह भी दावा करता रहा है कि लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र के स्कूलों सहित अन्य सुविधाओं का इस्तेमाल हथियार रखने, आतंकवादियों को आश्रय देने और इजराइल पर रॉकेट लॉन्च करने के लिए किया गया है।
अखबार के अनुसार हमास अपने सदस्यों का पूरा रिकॉर्ड रखता है। इसमें हमास के हर सदस्य को जारी किए गए हथियारों सहित उनकी फिटनेस से लेकर संगठन के प्रति वफादारी तक के विभिन्न मापदंडों का रिकॉर्ड शामिल है।
स्कूलों में शीर्ष पदों पर हमास के आतंकी
ऐसा भी नहीं है कि हमास और पीआईजे आतंकवादी UNRWA में जूनियर कर्मचारी के तौर पर नियुक्त हुए हों। टाइम्स ने बताया कि यूएनआरडब्ल्यूए द्वारा नियोजित अधिकांश आतंकवादी संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूलों में प्रिंसिपल या डिप्टी प्रिंसिपल के पदों पर थे। वहीं, कुछ स्कूल काउंसलर और शिक्षक के पदों पर थे।
अखबार ने बताया है कि गाजा में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय में डिप्टी-प्रिंसिपल अहमद अल-खतीब का उल्लेख हमास के दस्तावेजों में खान यूनिस में एक दस्ते के कमांडर के रूप में किया गया था। दस्तावेजों में कहा गया है कि वह जमीनी लड़ाई में दक्ष था और उसे कलाश्निकोव राइफल और हथगोले सहित कम से कम एक दर्जन हथियार जारी किए गए थे।
अखबार के मुताबिक ऐसे आतंकवादियों को संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में अपने 288 स्कूलों में से कम से कम 24 में नियुक्त किया था। अखबार के अनुसार, आतंकवादियों की भर्ती के अलावा दस्तावेजों से यह भी पता चला कि दो स्कूलों का इस्तेमाल विशेष रूप से हथियारों को छिपाने के लिए किया जाता था।
आतंकियों की नियुक्ति कोई रहस्य नहीं: स्थानीय
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार गाजा के निवासियों ने बताया कि हमास के आतंकवादियों को संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूलों में नियुक्त किए जाने की बात सभी को पता थी। स्थानीय स्तर पर यह कोई छुपी हुई बात नहीं थी।
अखबार ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के पेरोल पर एक हमास आतंकवादी को नियमित रूप से स्कूल के बाद राइफल के साथ हमास की सैन्य वर्दी में देखा जाता था।
संयुक्त राष्ट्र ने हालांकि अखबार को बताया कि इजराइल UNRWA को बदनाम करने के लिए अभियान चला रहा है। वहीं, इजराइली सरकार ने कहा कि ऐसा नहीं है कुछ नियुक्तियां बस अपवाद भर हैं।
इजराइल के विदेश मंत्रालय में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लिए उप निदेशक आमिर वीसब्रोड ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि संयुक्त राष्ट्र इस समस्या को केवल कुछ खराब सेबों के रूप में चित्रित करना चाहता है, बजाय यह स्वीकार करने के कि पूरा पेड़ सड़ा हुआ है।’
भले ही संयुक्त राष्ट्र अपने पेरोल पर आतंकवादियों की नियुक्ति की बात को कम महत्व दे रहा है, लेकिन ऐसी उपस्थिति को स्वयं आतंकवादियों ने स्वीकार किया है।
सितंबर में हमास ने घोषणा की थी लेबनान में युद्ध में मारा गया एक स्कूल प्रिंसिपल और यूएनआरडब्ल्यूए के शिक्षक संघ का पूर्व प्रमुख फतह शरीफ एक शीर्ष कमांडर थे। इसे यूएनआरडब्ल्यूए ने भी स्वीकार किया था।