कीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका से कीव को रूस के भीतर सैन्य स्थलों को टारगेट करने की अनुमति मांगी है। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की द्वारा यह मांग तब की गई है जब वाशिंगटन में यूक्रेनी प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के बीच कई बैठकें हुई है।
साल 2022 के बाद से अमेरिका ने यूक्रेन को 50 अरब डॉलर से अधिक की सैन्य सहायता प्रदान की है। लेकिन वह यूक्रेन की जमीन पर अपने हथियार के इस्तेमाल को सीमित रखा है।
30 अगस्त को रूस द्वारा यूक्रेन पर जोरदार हवाई हमले किए गए हैं जिसमें खार्किव में छह लोगों की मौत हो गई है और 97 लोग घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद यूक्रेन ने अपने पश्चिमी सहयोगियों से यह अपील की है।
यूक्रेन का मानना है कि रूस के हवाई क्षेत्रों और सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाने से आने वाले दिनों में रूसी हमलों को रोका जा सकता है। इन हमलों से रूस को कमजोर किया जा सकता है और इससे युद्ध भी खत्म हो सकता है।
उधर रविवार को रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के हमलों को नाकामयाब कर दिया है। रूस ने दावे में कहा है कि उसने यूक्रेन के ड्रोन हमलों को नष्ट कर दिया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्या कहा है
एक वीडियो संबोधन में वलोडिमिर जेलेंस्की ने अपनी पश्चिमी सहयोगियों से खासकर अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी से उन्नत सैन्य क्षमताओं की आवश्यकता पर जोर दिया है।
वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि, “यूक्रेन के आसमान से रूस के बमों को तभी हटाया जा सकता है, जब हम उन पर हमले तेज कर देंगे। इसके बाद ही रूस जंग खत्म करने और शांति की तरफ कदम बढ़ाएगा। यूक्रेन की रक्षा करने के लिए हमें लंबी दूरी तक हमले में सक्षम मिसाइलों और रूस के खिलाफ इनके इस्तेमाल की इजाजत की जरूरत है।”
यूक्रेनी रक्षा मंत्री ने क्या कहा है
हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस पर ज्यादा जानकारी नहीं दी है लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा है कि उनके प्रतिनिधियों ने यूक्रेन के सहयोगियों को पूरी जानकारी दी है।
वाशिंगटन में प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने कहा है कि यूक्रेन की सेना ने अपनी सहयोगियों को यह सबूत दिखाया है कि कैसे यूक्रेनी शहरों पर हमला करने के लिए रूसी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल हो रहा है।
इन रूसी हवाई क्षेत्र को निशाना बनाना काफी आसान हैं जिससे यूक्रेन के लंबी दूरी वाले हमलों से निशाना बनाया जा सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात कर योजना की देंगे जानकारी
जेलेंस्की सितंबर के आखिरी हफ्ते में अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं। वे न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों में भी भाग लेंगे। इस दौरान वे इस युद्ध में अपनी जीत की योजना को पेश करेंगे।
हाल में रूसी हवाई हमलों से यूक्रेन के आधे से अधिक बिजली बुनियादी ढांचें प्रभावित हुए हैं। बता दें कि रूस ने हाल में यूक्रेन पर 400 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं। रूसी हमलों को देखते हुए अपनी सहयोगियों से युक्रेन ने मौजूदा रक्षा पैकेजों से जल्द से जल्द हथियार मिलने पर जोर दिया है।
रूस ने क्या दावा किया है
उधर रविवार को रूस ने दावा किया है कि उसने पोडॉल्स्क में यूक्रेन के ड्रोन हमलों को विफल कर दिया है। इसके साथ ही यूएवी एयरक्राफ्ट को भी नष्ट कर दिया गया। रूसी अधिकारियों ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी है।
रूसी एयर डिफेंस फोर्सेज ने मास्को की ओर उड़ान भरने वाले एक ड्रोन के हमले को फेल कर दिया है। रूसी अधिकारियों के मुताबिक, यूक्रेनी ड्रोन के निशाने पर मॉस्को समेत कई अन्य इलाके थे।
यूक्रेन के ड्रोन को किया गया नष्ट-मॉस्को मेयर
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, मलबा गिरने वाली जगह पर कोई नुकसान या हताहत नहीं हुआ है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने टेलीग्राम पोस्ट में कहा, आपातकालीन सेवा जारी है और विशेषज्ञ घटनास्थल पर काम कर रहे हैं। बाद में अलग-अलग पोस्ट में उन्होंने कहा कि एयर डिफेंस फोर्स ने मॉस्को की ओर उड़ान भर रहे दो ड्रोनों को मार गिराया।
12 मानवरहित एयरक्राफ्ट को किया गया है नष्ट-रूस
क्षेत्र के गवर्नर अलेक्जेंडर बोगोमाज ने टेलीग्राम पोस्ट में कहा, “ब्रांस्क क्षेत्र में यूएवी (मानवरहित विमान ) का उपयोग करके आतंकवादी हमले को अंजाम देने के कीव शासन के प्रयास को विफल कर दिया गया है।”
अलेक्जेंडर बोगोमाज ने आगे कहा है, “रूसी रक्षा मंत्रालय के एयर डिफेंस फोर्सेज द्वारा यूएवी का पता लगाया गया और उसे नष्ट कर दिया गया। इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। घटनास्थल पर आपातकालीन सेवाओं की टीम अपना काम कर रही हैं।”
बोगोमाज के अनुसार, रूसी एयर डिफेंस फोर्सेज ने एक घंटे के भीतर 12 मानवरहित एयरक्राफ्ट का पता लगाकर नष्ट कर दिया। बाद में उन्होंने कहा कि 12 अन्य एयरक्राफ्ट्स (यूएवी जैसे) को एयर डिफेंस यूनिट ने नष्ट कर दिया। अधिकारियों ने दावा किया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, किसी भी हमले में कोई जनहानि नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ