यूक्रेन ने पहली बार रूस पर अमेरिका से मिली लंबी दूरी की मिसाइलें दागी

रूस ने इस हमले की तीखी आलोचना की है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिका पर यूक्रेन को उच्च तकनीक वाले हथियार प्रदान करके रूस यूक्रेन संघर्ष को बढ़ाने का आरोप लगाया है।

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ukraine for the first time fire US-supplied longer-range missiles into Russia Bryansk region

प्रतीकात्मक फोटो (फोटो- IANS)

कीव: यूक्रेन ने पहली बार रूसी क्षेत्र के अंदर एक लक्ष्य पर अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई लंबी दूरी की सेना सामरिक मिसाइल प्रणाली (एटासीएमएस) को फायर किया है। एटासीएमएस की मारक क्षमता 300 किलोमीटर (186 मील) तक है।

यूक्रेन द्वारा रूस पर एटासीएमएस से हमला वाशिंगटन से अनुमति मिलने के ठीक एक दिन बाद की गई है। अमेरिकी समाचार संस्था सीबीएस न्यूज के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने यूक्रेन द्वारा इन मिसाइलों के इस्तेमाल की पुष्टि की है।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने पहले बताया था कि यह हमला मंगलवार सुबह यूक्रेन की सीमा के पास ब्रांस्क क्षेत्र में हुआ है। मंत्रालय ने बताया कि यूक्रेन के पांच मिसाइलों को रोक दिया गया है जबकि एक क्षतिग्रस्त मिसाइल के टुकड़ों के कारण एक सैन्य सुविधा में आग लग गई है। हालांकि इस हमले में मंत्रालय ने किसी के हताहत होने की खबर नहीं दी है।

रूस पर हमले के लेकर यूक्रेन ने क्या कहा है

उधर यूक्रेन की सेना ने ब्रांस्क के गोला-बारूद डिपो पर हमले की बात को स्वीकारा है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की है कि इसमें एटैकम्स का इस्तेमाल किया गया है कि नहीं। यूक्रेनी सेना ने कहा है कि इलाके में हमले के बाद वहां पर 12 विस्फोट हुए हैं।

यूक्रेन इस मिसाइल को अपने क्षेत्र में पिछले एक साल से इस्तेमाल कर रहा है। यह पहली बार है जब उसने रूस पर इन मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेनी सेनाएं पहले यूक्रेन के रूस के कब्जे वाले इलाकों में एटैकम्स का इस्तेमाल कर चुकी हैं लेकिन अमेरिका की इजाजत के बाद अब वह रूस के ब्रांस्क और कुर्स्क जैसे क्षेत्रों को निशाना बना सकती है।

रूस ने यूक्रेन के हमले की आलोचना की है

दूसरी और रूस ने इस हमले की तीखी आलोचना की है। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिका पर यूक्रेन को उच्च तकनीक वाले हथियार प्रदान करके रूस यूक्रेन संघर्ष को बढ़ाने का आरोप लगाया है।

सर्गेई लावरोव ने कहा है कि इन मिसाइलों को बिना अमेरिकी सैन्य विशेषज्ञों की मदद से चलाया नहीं जा सकता है। रियो डी जनेरियो के जी20 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ने लावरोव ने हमले को "रूस के खिलाफ पश्चिमी युद्ध" का एक नया चरण बताया है और चेतावनी भी दी है कि रूस इसका जवाब देगा।

मंगलवार को रूस ने अपने परमाणु सिद्धांत में संशोधन की घोषणा की है। इस संशोधन के अनुसार, परमाणु शक्ति वाले देशों के समर्थन से अगर कोई एक गैर-परमाणु देश रूस पर हमला करता है तो इसे रूस पर एक संयुक्त हमले के रूप में देखा जाएगा।

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