वॉशिंगटन/कीवः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने का सबसे अच्छा रास्ता सीजफायर नहीं बल्कि सीधा शांति समझौता है। उन्होंने यह बयान अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई तीन घंटे लंबी मुलाकात के बाद दिया। यह 2022 में रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद दोनों देशों के बीच पहला शीर्षस्तरीय शिखर सम्मेलन था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि उनका मानना है कि यह युद्ध समाप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है।

तीन घंटे तक चली इस बैठक के बाद, ट्रंप ने एक बड़ा बयान दिया कि यूक्रेन को एक समझौता करना चाहिए, क्योंकि रूस एक बहुत बड़ी शक्ति है और वे (यूक्रेन) नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भूमि की अदला-बदली और सुरक्षा गारंटी जैसे बिंदुओं पर दोनों नेताओं में काफी हद तक सहमति बन गई है।

ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि हम एक समझौते के काफी करीब हैं। यूक्रेन को इस पर सहमत होना होगा। हो सकता है वे 'नहीं' कह दें।" उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पुतिन को जल्द ही मिलने का संकेत दिया, जिस पर पुतिन ने मुस्कुराते हुए अंग्रेजी में जवाब दिया, "अगली बार मॉस्को में।"

अलास्का से लौटने के बाद ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और नाटो के महासचिव सहित कई यूरोपीय नेताओं से फोन पर बात की। ट्रंप ने इसकी जानकारी ट्रुथ सोशल पर दी। उन्होंने कहा कि अलास्का में आज का दिन बेहद सफल और महत्वपूर्ण रहा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मेरी बैठक सकारात्मक रही। इसके अलावा यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और कई यूरोपीय नेताओं, जिनमें नाटो के सम्मानित महासचिव भी शामिल हैं, से देर रात फोन पर बातचीत हुई।

ट्रंप ने आगे लिखा कि सभी की सहमति यही रही कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने का सबसे बेहतर तरीका सीधे शांति समझौते की ओर बढ़ना है, न कि केवल युद्धविराम समझौते पर रुक जाना, क्योंकि ऐसे समझौते अक्सर टिक नहीं पाते। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की सोमवार दोपहर वॉशिंगटन डी.सी. के ओवल ऑफिस में मुलाकात के लिए आ रहे हैं। यदि सब ठीक रहा, तो उसके बाद राष्ट्रपति पुतिन से भी बैठक तय की जाएगी। इससे संभावित तौर पर लाखों लोगों की जान बच सकती है।

ट्रंप से फोन पर बातचीत के बाद यूक्रेन ने क्या कहा?

इस पूरे मसले पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक सधी हुई प्रतिक्रिया दी। ट्रंप से फोन पर बात करने के बाद उन्होंने कहा कि वे रचनात्मक सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन कोई भी समझौता यूक्रेन की भागीदारी के बिना संभव नहीं है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “सच्ची शांति वही होगी जो स्थायी हो, न कि सिर्फ एक और अंतराल, जिसके बाद रूस फिर हमला करे।”

जेलेंस्की ने अपनी शर्तें भी साफ तौर पर रखीं। उन्होंने कहा कि हवाई और जमीनी स्तर पर तुरंत युद्धविराम होना चाहिए। सभी युद्धबंदियों और अपहृत बच्चों की वापसी होनी चाहिए। रूस को यूक्रेनी बंदरगाहों पर हमले बंद करने होंगे। इसके अलावा यूरोप और अमेरिका की भागीदारी के साथ दीर्घकालिक और विश्वसनीय सुरक्षा गारंटी दी जानी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर रूस ईमानदारी से युद्ध खत्म करने से बचता है तो उसके खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए।

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पुतिन ने नहीं दिया सीधा संकेत, यूरोप ने किया समर्थन

शिखर सम्मेलन के बाद पुतिन ने संक्षिप्त बयान दिया, जिसमें उन्होंने जेलेंस्की या त्रिपक्षीय बैठक का कोई सीधा उल्लेख नहीं किया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि रूस यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर काम करने के लिए तैयार है, लेकिन प्रगति इस बात पर निर्भर करेगी कि कीव और यूरोपीय राजधानियाँ रचनात्मक तरीके से काम करें। वहीं, यूरोपीय नेताओं ने भी अपनी बैठकें कीं। उन्होंने एक संयुक्त बयान में त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन के विचार का समर्थन किया। उन्होंने मॉस्को पर दबाव बनाए रखने का संकल्प लिया और कहा कि जब तक यूक्रेन में हत्याएं जारी रहेंगी, वे रूस पर लगे प्रतिबंधों और आर्थिक उपायों को मजबूत करते रहेंगे।

बता दें कि शिखर सम्मेलन के बाद ट्रंप द्वारा ब्रीफिंग दिए जाने के बाद, जेलेंस्की सोमवार को आगे की बातचीत के लिए वाशिंगटन जा रहे हैं। इस बातचीत में यूरोपीय नेता भी शामिल होंगे। जहां अलास्का की बैठक में तत्काल युद्धविराम नहीं हुआ, वहीं दोनों पक्षों पर लड़ाई जारी है। यूक्रेन की सेना ने रात भर में दर्जनों रूसी ड्रोनों को मार गिराने का दावा किया, जबकि मॉस्को ने कहा कि उसने 29 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया।