ट्रम्प के आदेश के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या से जुड़ी फाइलें मिली

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकारी आदेश के बाद एफबीआई को जॉन एफ. कैनेडी की हत्या से जुड़े 2,400 नए गोपनीय दस्तावेज़ मिले हैं, जिनमें 14,000 पृष्ठों की सामग्री शामिल है।

ट्रम्प ने कैनेडी के हत्या से जुड़े फाइल खोलने के आदेश दिए

ट्रम्प ने कैनेडी के हत्या से जुड़े फाइल खोलने के आदेश दिए Photograph: (IANS)

अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा गुप्त दस्तावेज़ों को सार्वजनिक करने के आदेश के बाद जॉन एफ. कैनेडी की हत्या से जुड़े लगभग 2,400 नए रिकॉर्ड खोजे हैं। अमेरिकन न्यूज वेबसाइट एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, इन दस्तावेजों में कुल 14,000 पन्नो की सामग्री शामिल है, जिसे पहले समीक्षा के लिए रखा गया था, लेकिन अब तक इसे सार्वजनिक नहीं गया था। हालांकि, ये नए दस्तावेज़ फिलहाल गोपनीय ही रखे गए हैं, जिससे जनता के सामने आने वाली नई जानकारियों पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है।

मैरी फेरेल फाउंडेशन के उपाध्यक्ष जेफरसन मॉर्ले ने इस खोज को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम बताते हुए कहा, "यह दिखाता है कि एफबीआई अब इस मामले को गंभीरता से ले रही है और पारदर्शिता की दिशा में आगे बढ़ रही है।" उनके संगठन के पास जेएफके हत्या से संबंधित सबसे बड़ा ऑनलाइन रिकॉर्ड संग्रह मौजूद है। उन्होंने आगे कहा कि एफबीआई अब राष्ट्रपति के आदेश का पालन कर रही है और वर्षों से गोपनीय रखी गई जानकारी को सार्वजनिक करने की दिशा में काम कर रही है।

ट्रम्प के आदेश से खुल रहा दशकों पुराना रहस्य

जनवरी की शुरुआत में, ट्रम्प ने जॉन एफ. कैनेडी की हत्या से जुड़े सभी शेष गोपनीय दस्तावेज़ सार्वजनिक करने का आदेश जारी किया था। यह आदेश दशकों से छिपी जानकारी को उजागर करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह निर्णय उनके लंबे समय से किए गए वादे को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल थी। इस कार्यकारी आदेश में केवल जेएफके हत्या के दस्तावेज़ ही नहीं, बल्कि सीनेटर रॉबर्ट एफ. कैनेडी और डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्याओं से संबंधित फाइलों को भी जारी करने का निर्देश दिया गया था।

आदेश में स्पष्ट किया गया कि "अमेरिकी जनता और पीड़ित परिवार सच्चाई और पारदर्शिता के हकदार हैं," और इन अभिलेखों को बिना किसी देरी के जारी करना राष्ट्रीय हित में है। इससे पहले राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी हत्या अभिलेख संग्रह अधिनियम, 1992 के तहत इन फाइलों को 2017 तक सार्वजनिक किया जाना अनिवार्य था, लेकिन सुरक्षा चिंताओं के चलते कुछ दस्तावेज़ों को अब तक गोपनीय रखा गया था।

राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के चलते बार-बार टाला गया खुलासा

हालांकि ट्रम्प प्रशासन ने पारदर्शिता के नाम पर इस आदेश को लागू किया, लेकिन यह पहली बार नहीं है जब अमेरिकी सरकार ने जेएफके हत्या से जुड़े फाइलों को सार्वजनिक करने का वादा किया था। इससे पहले भी कई राष्ट्रपतियों ने इन दस्तावेज़ों को उजागर करने की बात की, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के कारण अंतिम समय पर इनका खुलासा रोक दिया गया।

अपने पुनर्निर्वाचन अभियान के दौरान, ट्रम्प ने इन शेष फाइलों को सार्वजनिक करने का संकल्प लिया था, लेकिन अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसे टाल दिया। तत्कालीन सीआईए निदेशक माइक पोम्पिओ सहित कई खुफिया अधिकारियों ने उन्हें कुछ दस्तावेज़ गोपनीय रखने की सलाह दी थी, यह दावा करते हुए कि इनमें कुछ ऐसी संवेदनशील जानकारियां हो सकती हैं जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकती हैं।

षड्यंत्र के सिद्धांतों से घिरा जेएफके हत्याकांड

कैनेडी की हत्या को लेकर दशकों से अटकलें और षड्यंत्र के सिद्धांत चलते आ रहे हैं। 22 नवंबर, 1963 को डलास, टेक्सास में जब कैनेडी एक खुली कार में यात्रा कर रहे थे, तभी उन्हें गोली मार दी गई थी। सरकारी जांच के अनुसार, ली हार्वे ओसवाल्ड को इस हत्या का एकमात्र दोषी करार दिया गया था। हालांकि, कई षड्यंत्र सिद्धांतों के समर्थकों का मानना है कि यह मामला उतना सरल नहीं है जितना बताया जाता है।

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट और इतिहासकारों का दावा है कि इसमें कोई बड़ी साजिश शामिल हो सकती है, जिसमें अमेरिकी खुफिया एजेंसियां, माफिया, या यहां तक कि विदेशी सरकारें शामिल हो सकती हैं। कई रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि कैनेडी की मौत के पीछे सिर्फ ली हार्वे ओसवाल्डही नहीं था, बल्कि उसके पीछे कोई शक्तिशाली समूह था जिसने इस हत्या की साजिश रची थी।

क्या दस्तावेज़ों से खुलेगा सच्चाई का पर्दा?

अब सवाल यह उठता है कि क्या ये नए दस्तावेज़ उन रहस्यों से पर्दा उठा पाएंगे जो दशकों से छिपे हुए हैं? कैनेडी की हत्या से जुड़े दस्तावेजों की नई खेप सार्वजनिक होने के बाद क्या इससे जुड़े षड्यंत्र सिद्धांतों को विराम मिलेगा, या फिर इससे नई अटकलें जन्म लेंगी?

यदि ये दस्तावेज़ सार्वजनिक होते हैं, तो इससे जनता को यह समझने का मौका मिलेगा कि कैनेडी की हत्या के पीछे की असली सच्चाई क्या थी। साथ ही, यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि क्या एफबीआई और सीआईए जैसी एजेंसियों ने इस मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को दशकों तक छिपाए रखा था।

अमेरिकी इतिहास के सबसे चर्चित हत्याकांडों में से एक जॉन एफ. कैनेडी की हत्या अब भी रहस्यों से घिरी हुई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ट्रम्प के आदेश से इन रहस्यों से पर्दा उठ पाएगा, या फिर ये दस्तावेज़ भी केवल नई बहसों को जन्म देने का काम करेंगे।

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