वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत अंग्रेजी को संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया है। इस आदेश के बाद, संघीय वित्त पोषण प्राप्त करने वाली सरकारी एजेंसियों और संगठनों को यह तय करने की स्वतंत्रता होगी कि वे अंग्रेजी के अलावा किसी अन्य भाषा में सेवाएं और दस्तावेज उपलब्ध कराना जारी रखना चाहते हैं या नहीं।
यह आदेश पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन द्वारा जारी किए गए एक नियम को रद्द करता है, जिसके तहत सरकार और संघीय वित्त पोषित संगठनों के लिए गैर-अंग्रेजी भाषी नागरिकों को भाषा सहायता प्रदान करना अनिवार्य था।
अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा बनाने के पीछे ट्रंप का तर्क
आदेश के अनुसार, अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थापित करने से संचार को सुव्यवस्थित करने, साझा राष्ट्रीय मूल्यों को मजबूत करने और एक अधिक संगठित तथा कुशल समाज बनाने में मदद मिलेगी। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि यह नीति नए नागरिकों को अमेरिकी समाज में अधिक आसानी से घुलने-मिलने और आर्थिक अवसरों तक पहुंचने में सहायता करेगी।
सरकार के अनुसार, अंग्रेजी सीखने से अप्रवासियों को अपने समुदायों का हिस्सा बनने, राष्ट्रीय परंपराओं में भाग लेने और समाज में योगदान देने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। अमेरिका में 30 से अधिक राज्य पहले ही अंग्रेजी को अपनी आधिकारिक भाषा घोषित कर चुके हैं, और यह आदेश पूरे देश में इसे लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
स्पेनिश भाषा वेबसाइट हटाने पर विवाद
इस निर्णय के बाद व्हाइट हाउस ने आधिकारिक वेबसाइट के स्पेनिश भाषा संस्करण को हटा दिया, जिससे हिस्पैनिक समुदाय और अन्य संगठनों ने नाराजगी व्यक्त की। व्हाइट हाउस ने पहले आश्वासन दिया था कि स्पेनिश संस्करण को पुनः उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन शनिवार तक इसे बहाल नहीं किया गया था।
ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भी स्पेनिश भाषा वेबसाइट को हटा दिया था, जिसे 2021 में राष्ट्रपति जो बिडेन के कार्यभार संभालने के बाद बहाल किया गया था। ट्रंप के इस नए आदेश को लेकर कांग्रेस में दशकों से बहस चल रही है, लेकिन अब तक कोई स्थायी कानून पारित नहीं किया गया था। इस कार्यकारी आदेश के बाद, अमेरिका में अंग्रेजी के आधिकारिक दर्जे को लेकर एक नया राजनीतिक विवाद शुरू हो सकता है।