अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को टालने में भूमिका निभाई थी।  हालांकि भारत सरकार ने इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों पर भारत ने कभी भी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया है और न ही भविष्य में करेगा।

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, "मैंने पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध रोका। मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं।" उन्होंने साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ करते हुए कहा, "मोदी शानदार इंसान हैं, मैंने उनसे कल रात बात की।"

ट्रंप ने इस बातचीत में भारत के साथ व्यापार समझौते का भी जिक्र किया और कहा, "हम मोदी के साथ एक व्यापार समझौता करने जा रहे हैं। लेकिन इससे पहले, मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका।"

ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को लेकर क्या कहा?

डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की भी तारीफ की और कहा, "मुनीर बेहद प्रभावशाली भूमिका में थे और उन्होंने पाकिस्तानी पक्ष से युद्ध रोकने में अहम योगदान दिया, वहीं मोदी ने भारत की तरफ से संयम दिखाया। दोनों परमाणु ताकतें आमने-सामने थीं... लेकिन मैंने युद्ध रोक दिया, हालांकि शायद ही किसी मीडिया ने इस बारे में लिखा हो।"

ट्रंप के ये बयान ऐसे समय पर आए हैं जब कुछ घंटे पहले ही उनकी प्रधानमंत्री मोदी से 35 मिनट लंबी फोन बातचीत हुई थी। इस दौरान मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने का निर्णय दोनों देशों की सेनाओं के स्तर पर सीधे तौर पर लिया गया था, इसमें किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी।

मिसरी ने यह भी साफ किया कि मई 2025 में 7 से 10 तारीख के बीच एलओसी पर जो चार दिवसीय सैन्य तनाव की स्थिति बनी थी, उसमें अमेरिका की किसी भूमिका की न तो कोई चर्चा हुई और न ही कोई औपचारिक या अनौपचारिक मध्यस्थता हुई। उन्होंने कहा, उस पूरे दौर में न किसी स्तर पर व्यापार समझौते की बात हुई और न ही किसी अमेरिकी हस्तक्षेप की।

ट्रंप से पीएम मोदी की बात

फोन बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप को 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जानकारी भी दी और बताया कि भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी आक्रामक कार्रवाई का जवाब और कड़े कदमों से दिया जाएगा।

फोन कॉल के दौरान ट्रंप ने मोदी से पूछा कि क्या वह कनाडा से लौटते समय अमेरिका आ सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के चलते इस बार इनकार कर दिया। दोनों नेताओं ने निकट भविष्य में मिलने पर सहमति जताई।

डोनाल्ड ट्रंप ने 10 मई को सबसे पहले भारत-पाक संघर्ष के थमने की घोषणा की थी और तब से वह लगातार दावा कर रहे हैं कि उनके दबाव, विशेषकर दोनों देशों के साथ व्यापारिक संबंधों पर खतरे की चेतावनी ने इस तनाव को टालने में मदद की।