बेरूत: हिज्बुल्लाह के सीनियर नेता शेख मुहम्मद अली हमादी की मंगलवार को पूर्वी लेबनान के बेका घाटी क्षेत्र में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सामने आई ताजा जानकारी के अनुसार मंगलवार रात हमादी की मौके पर ही मौत हो गई। अज्ञात हमलावरों ने हमादी को छह बार गोली मारी।
टाइम्स ऑफ इजराइल की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिज्बुल्लाह के स्थानीय कमांडर हमादी को पश्चिमी बेका जिले के माचघरा में उसके घर के बाहर गोली मारी गई। हमादी को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही देर में हिज्बुल्लाह लीडर की मौत हो गई।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हत्या में किसी राजनीतिक एंगल को खारिज किया गया है। माना जा रहा है कि हमादी की हत्या कई सालों से उसके परिवार में चले आ रहे झगड़े की वजह से की गई है। लेबनानी अधिकारियों ने वर्षों से चले आ रहे पारिवारिक झगड़े के संदेह को लेकर हत्या की बात सामने आने के बाद घटना की जांच शुरू कर दी है।
लेबनानी समाचार आउटलेट्स ने हिजबुल्लाह से संबद्ध अल-मनार टेलीविजन का हवाला देते हुए बताया कि बंदूकधारी दो अलग-अलग कारों में सवार थे। हमले के बाद वे घटनास्थल से भाग गए।
अमेरिका की वॉन्टेड लिस्ट में था शामिल हमादी
हमादी अमेरिकी की जांच एजंसी एफबीआई की वॉन्टेड लिस्ट में कई सालों से था। उस पर एथेंस से रोम जा रहे 153 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों वाले एक विमान का अपहरण करने का आरोप था। पश्चिम जर्मनी के इस प्लेन को हाईजैक करने की घटना 1985 में हुई थी। इस प्लेन में एक अमेरिकी नागरिक की क्रूरता से हत्या कर दी गई थी।
बहरहाल, हमादी की हत्या की यह घटना इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच शुरुआती 60 दिनों के युद्धविराम समझौते के खत्म होने से कुछ दिन पहले हुई है।
इस समझौते के तहत इजराइल को दक्षिणी लेबनान से 26 जनवरी तक अपने सैनिक वापस बुलाने हैं। इस बीच, हिजबुल्लाह को इजराइल की सीमा से लितानी नदी के उत्तर में पीछे हटना होगा। दोनों पक्षों के बीच संघर्ष में 12 लाख से अधिक लेबनानी और 50,000 इजराइली विस्थापित हुए हैं।
इस बीच, लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, इजराइल की ओर से गहन बमबारी में 3,700 से अधिक लोग भी मारे गए हैं। इनमें ज्यादातर आम नागरिक हैं, जबकि इजराइल में 130 से अधिक लोग मारे गए हैं।