ईरान के मशहूर रैपर तूमाज सालेही को मौत की सजा सुनाई गई है। ईरान की एक कोर्ट ने बुधवार को तूमाज सालेही को साल 2022 में ईरान में पुलिस हिरासत में 22 साल की महसा अमिनी की मौत के बाद भड़की हिंसा और विरोध प्रदर्शन के मामले में यह सजा सुनाई है। सालेही उस प्रदर्शन में खुल कर सामने आए थे और मानवाधिकारों सहित महिलाओं की स्वतंत्रता के मुद्दों को अपने गानों के जरिए समर्थन दिया था। सालेही के वकील ने रैपर को मौत की सजाए सुनाए जाने की पुष्टि की है। साथ ही उन्होंने फैसले को ईरान के सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।
गौरतलब है कि महसा अमिनी को सार्वजनिक स्थल पर ‘ठीक तरह’ से हिजाब नहीं पहनने के लिए गिरफ्तार किया गया था। बाद में उनकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इसके बाद ईरान में इसे लेकर जबर्दस्त प्रदर्शन शुरू हो गए थे। कुर्दिश महिला अमिनी को ईरान में महिलाओं के लिए लागू कड़े ड्रेस रूल के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
16 सितंबर, 2022 को अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद ईरान में हुए विरोध-प्रदर्शन में दर्जनों सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। साथ ही कई नागरिकों की भी जान चली गई थी। यह प्रदर्शन कई महीनों तक चला था। ईरानी अधिकारियों ने इस विरोध प्रदर्शन को ‘दंगा’ और अशांति भड़काने के लिए विदेशी ताकतों को दोषी ठहराया था।
रैपर तूमाज सालेही 2022 में हुए थे गिरफ्तार
सालेही को प्रदर्शन का समर्थन करने के आरोप में अक्टूबर-2022 में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद साल 2023 में उन्हें छह साल के जेल की सजा सुनाई गई। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के चलते उन्हें मौत की सजा नहीं सुनाई गई थी। सालेही के वकील आमिर रायसियान ने इसी को आधार बनाते हुए आरोप लगाए हैं कि निचली कोर्ट ने अप्रत्याशित फैसला सुनाया और सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए व्यवस्था के विपरीत बेहद कठोर सजा दी है।
वकील ने कहा कि जनवरी में इसफहान की रेवोलूसनरी कोर्ट ने सालेही को उन नए मामलों में आरोपी बनाया जिसमें वे पहले बरी हो चुके थे। सालेही को जिन आरोपों में दोषी पाया गया है उसमे- सत्ता प्रतिष्ठानों के खिलाफ प्रोपोगैंडा फैलाना, बागी होना, दंगे भड़काना शामिल है। अब सालेही के पास फैसले को चुनौती देने के लिए 20 दिन का समय है।
2022 से पहले से ही विवादों में थे तूमाज सालेही
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार ईरान में 2022 के विरोध प्रदर्शन से पहले से ही सालेही मानवाधिकारों को लेकर मुखरता से सामने आते रहे हैं और इसलिए उनसे विवाद भी जुड़े रहे। इसी वजह से उनके ईरान में कॉन्सर्ट्स पर भी प्रतिबंध लगाया गया था। ऐसे में सालेही अपने कई गाने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते थे।
अपने अपने कई गीतों के जरिए भ्रष्टाचार और सत्ता से असहमति पर कार्रवाई के लिए ईरान के नेतृत्व की आलोचना की है।
साल 2023 में छह साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें उसी साल नवंबर में जमानत पर रिहा भी किया गया था। हालांकि, कुछ दिनों बाद ही ‘बिना सबूत के झूठे दावे’ करने के आरोप में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
उनकी गिरफ्तारी के पीछे की वजह एक वीडियो को बताया गया जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन पर खुफिया मंत्रालय के एजेंटों द्वारा ‘अत्याचार’ किया गया और दबाव डाला गया। बताते चलें कि 2022 के प्रदर्शनों के बाद ईरानी पुलिस ने महिलाओं के लिए इस्लामी ड्रेस कोड कड़ाई से लागू करने के लिए सड़कों पर अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है।