तोरखम सीमा बंद होने से अफगानिस्तान में खाद्य संकट की आशंका, डब्ल्यूएफपी ने दी चेतावनी

पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में, बाजार के रुझान मिश्रित बने हुए हैं - कुछ खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन खाना पकाने के तेल और नमक की कीमतें काफी अधिक बनी हुई हैं।

afgan, pakistan,

IANS

काबुलः विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने चेतावनी दी कि तोरखम सीमा के बंद रहने से, आने वाले हफ्तों में अफगानिस्तान में खाद्य पदार्थों की कीमत बढ़ने की संभावना है, जिससे व्यापार प्रवाह बाधित हो सकता है और आर्थिक कठिनाइयां बढ़ सकती हैं। 

अमू टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक डब्ल्यूएफपी ने एक बयान में कहा कि निर्माण गतिविधियों को लेकर विवाद की वजह से बॉर्डर 22 फरवरी से बंद है जिसके कारण जरूरी चीजों, विशेष रूप से खाद्य आपूर्ति की आवाजाही रुक गई है और 5,000 मालवाहक ट्रक फंस गए हैं।

डब्ल्यूएफपी के नवीनतम बाजार विश्लेषण के अनुसार, पिछले सप्ताह अफगानिस्तान में खाद्य पदार्थों की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया। चावल और चीनी की कीमतों में मामूली वृद्धि हुई है, जबकि अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट आई है, जिसका मुख्य कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अफगानी मुद्रा में 0.8% की वृद्धि है।

पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में, बाजार के रुझान मिश्रित बने हुए हैं - कुछ खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन खाना पकाने के तेल और नमक की कीमतें काफी अधिक बनी हुई हैं।

डब्ल्यूएफपी ने चेतावनी दी कि विस्तारित सीमा बंद होने से खाद्य आयात में और बाधा आ सकती है, जिससे दीर्घकालिक मुद्रास्फीति दबाव बढ़ सकता है। लाखों अफगान पहले से ही खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहे हैं। एजेंसी ने बाजार स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए स्थिर व्यापार मार्गों की आवश्यकता पर जोर दिया।

तोरखम बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण हैं। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हिंसक झड़पे भी हुई हैं जिनमें लोगों को जान गंवानी पड़ी है और कई अन्य घायल हुए हैं।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सबसे महत्वपूर्ण क्रॉसिंग में से एक तोरखम से दोनों देशों के बीच सबसे ज्यादा व्यापार और आवाजाही होती है। अफगान सेना द्वारा अपनी सीमा पर निर्माण कार्य शुरू करने के बाद पाकिस्तान ने पिछले महीने तोरखम क्रॉसिंग को बंद कर दिया था।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article