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मुंबईः मुंबई के ताज होटल में 26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण पर पीड़ित परिवार खुश हैं। बम ब्लास्ट हमले के एक पीड़ित कीर्ति अजमेरा ने रविवार को एक वीडियो जारी कर सरकार से 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग उठाई है।
मुंबई बम ब्लास्ट के पीड़ित कीर्ति अजमेरा ने बताया, "26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने में सरकार को सफलता हासिल हुई है। इस आरोपी को देश लाने के लिए काफी लंबे समय से लड़ाई लड़ी जा रही थी, जिसमें अब जीत मिली है। आरोपी देश आएगा और उसके ऊपर कई मुकदमे चलेंगे।
कई सारे खुलासे होंगे, हमले के लिए आतंकी कैसे मुंबई पहुंचे थे, इन सब चीजों का पता चलेगा। मुंबई हमले में पाकिस्तान संलिप्तता के लिए मना करता रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरा सरकार से कहना है कि 26/11 के आतंकी हमलावरों पर कार्रवाई होती रहेगी। केस से जुड़े आरोपी आएंगे, उनको सजा मिलेगी। लेकिन 1993 के बम ब्लास्ट पीड़ितों को आज तक किसी भी सरकार ने मदद नहीं की है। 32-33 साल होने के बाद भी पीड़ितों को अभी तक न्याय नहीं मिला है।
1993 के पीड़ितों को मिलना चाहिए मुआवजा
मेरे हिसाब से आरोपियों को पकड़ कर लाया जाता है और उनको सजा दी जाती है, लेकिन पीड़ितों को उससे फायदा नहीं है। मेरी सरकार से अपील है कि 1993 के पीड़ितों को मुआवजा मिलना चाहिए, उसको जल्द से जल्द दिया जाए।"
मुंबई 26/11 हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने उसकी दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया है।
भारत, पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था। राणा 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में वांछित है।
(यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)